मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि युवाओं का समग्र विकास सुनिश्चित बनाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। युवा राष्ट्र की सम्पत्ति है और इन्हें सशक्त बनाने के हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री गत दिन देर सायं शिमला से लगभग 12 कि. मी. दूर शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के बनूटी में हि.प्र. कौशल विकास निगम द्वारा युवाओं के लिए आयोजित दो दिवसीय ‘जॉब मेले’ के अवसर पर बोल रहे थे। जॉब मेले में लगभग 2000 युवाओं ने अपना पंजीकरण करवाया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश के 12 कॉलेजों में बी. वोकेशनल में स्नातक की डिग्री की भी शुरूआत की। इससे विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने की दिशा में राज्य की एक बहुत बड़ी पहल है। उन्होंने कहा कि इसके प्रभावी संचालन के लिए एशियन डिवेल्पमेंट बैंक से 640 करोड़ रुपये का ऋण लिया गया है। इससे प्रदेश भर में प्रशिक्षण अधोसरंचना का आधुनिकीकरण किया जाएगा और युवाओं को कम्पनियों की मांग के अनुरूप गुणात्मक व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी। इसमें व्यावसायिक प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करने वाले सभी विभागों को सम्बद्ध किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने युवाओं के कौशल में निखार लाकर उन्हें निजी कम्पनियों में रोजगार प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाने के लिए राज्य में हि.प्र. कौशल विकास निगम की स्थापना की है और इसके संचालन के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी पांच वर्षों के दौरान प्रदेश के एक लाख युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर इनमें से 80 प्रतिशत युवाओं की प्लेसमेंट सुनिश्चित बनाने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के कौशल उन्नयन, रोजगार व विकास के लिए एक साथ दो योजनाएं कार्यान्वित कर रही है, जिनमें कौशल विकास भत्ता योजना व बेरोजगारी भत्ता प्रदान करना शामिल है। युवाओं को इन योजनाओं के तहत 1000 रुपये से 1500 रुपये महीना दिया जा रहा है।
हि.प्र. कौशल विकास निगम के निदेशक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि दो दिवसीय जॉब मेले का उद्देश्य अधिक से अधिक युवाओं को निजी कम्पनियों में रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ-साथ उन्हें स्वरोजगार स्थापित करने के तौर तरीकों की जानकारी प्रदान करना है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए जॉब मेले में लगभग दस विभागों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि युवाओं की प्लेसमेंट के लिए लगभग 18 निजी कम्पनियां मेले में आई है, जिनमें मुख्यतः आईएलएफएस स्किल, केएफएमएसीएस, आरएसडब्ल्यूएन, ओएलटीआई मेडिकल, एलआईसी, अपोलो मेडिकल स्किल, सोडेक्सो मास इनफोटैक, ऑरियन सिक्योरिटी, टीन लीज, वर्धमान, टाटा एआईए, कहाटा प्रसिजन, राम देव जिंदल, बिग शैफ स्पाइसिज, सिस्टा होस्पिटलिटी, एग्री स्किल काउंसिल, डोमिनॉज, जूबलिएनेंट, रेडिसन, एआरएस इंटरनेशनल, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई शामिल है। उन्होंने कहा कि जॉब मेले में पहले ही दिन 1200 से अधिक युवाओं ने अपना पंजीकरण करवाया और इन कम्पनियों में 200 युवाओं को प्लेसमेंट दी गई।
उन्होंने कहा कि कौशल विकास निगम द्वारा प्रशिक्षण पूरा कर चुके 1000 युवाओं में से 800 को निजी कम्पनियों में प्लेसमेंट प्रदान की गई है और शीघ्र ही इन युवाओं को मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि निगम का उद्देश्य प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं को कम्पनियों की मांग के अनुरूप रोजगार के लिए प्रशिक्षित करना है और निगम इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रहा है।
रोजगार मेले में शिमला ग्रामीण खण्ड कांग्रेस समिति के अध्यक्ष चन्द्रशेखर शर्मा, जिला परिषद सदस्य राजेश शर्मा, पंचायत समिति के अध्यक्ष सहित विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधान व सदस्य भी उपस्थित थे।