कई बार रिश्तों में न चाहते हुए भी दरार आ जाती है. कई बार दरार का कारण बहुत ही छोटा होता है, तो कई बार यह अनबन पैसे को लेकर होती है. लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपके रिश्ते में ऐसा न हो, तो जरूरी है कि आप दोनों कुछ खास बातों का ध्यान रखें. पैसे के मुद्दों पर बात करने से बचने के बजाए उन पर बात करें. यह तो तय है कि आप चाहे पैसे पर होने वाली अनबन से कितना ही बचना चाहें, वह बीच में आ ही जाती है, तो अगर आप चाहती हैं कि आपके बीच पैसा न आए, तो जरूरी है कि आपकी बातों के बीच पैसा आए…
प्लान करो, खुश रहो..
आज के दौर में पति-पत्नी दोनों ही कामकाजी होते हैं, ऐसे में पैसे के पीछे लड़ने के बजाए उसे प्लान करके खर्च करना एक बेहतर और शांत विकल्प है. इस बात का ध्यान रखें कि जिम्मेदारियों को बांट लें कि किसे क्या करना है और कौन किन चीजों के खर्चे उठाएगा. तय करें कि दोनों में से कौन बिल जैसे खर्चे संभालेगा और कौन रोजमर्रा के खर्चे. इस तरह से तय खर्चे पैसे से जुड़ी चिंताएं और लड़ाईयों से बचा जा सकता है.
मैं या तुम नहीं ‘हम’ से लें फैसले
हो सकता है कि जब कभी आपका मन कहीं घूमने का हो, तो आपका साथ बचत का प्लान बना रहा हो. ऐसे में एक दूसरे से लड़ने या नाराज होने के बजाए विचार-विमर्श करें. अपनी जरूरतों, सपनों और लक्ष्यों पर गंभीरता से सोचें. इसके बाद आप दोनों जिस भी नतीजे पर पहुंचेगे वह वाकई फायदे के लिए होगा. इस बात का ध्यान रखें कि बातचीत करते हुए लड़ाई न करें. आराम से अपनी बात रखें और उन्हें भी बात कहने का पूरा मौका दें.
खर्चों को करें तय
ऐसा न करें कि आप अपने भविष्य के लिए अकेले ही प्लान करते रहें. इसमें अपने साथी को भी जोड़ें, जो भी व्यय करना चाहते हैं उन्हें एक दूसरे के साथ बांटे. इससे एक तो आप नुकसान से बच सकती हैं, वहीं दूसरी तरफ रिश्ते में भी विश्वास बढेगा. साथ ही अपने लिए कुछ बचत करना न भूलें. ताकि कभी पैसे की किल्लत या परेशानी आपको हताशा में डालने का मौका ही न दे सके.