भारत में प्राकृतिक सुंदरता का भंडार भरा हुआ है और इसी को देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी यहां आते रहते हैं. ऐसे ही खूबसूरत नजारे भारत के हर राज्य में स्थित हैं. कलकल करते झरनों को देखना ऐसा ही मनोहारी दृश्य होता है. आइए हमारे साथ देखिए ऐसे ही झरनों का नजारा…
1. दूध सागर, गोवा दूधसागर भारत का एकमात्र झरना है, जो दो राज्यों की सीमा पर स्थित है. गोवा-कर्नाटक बॉर्डर से मंडोवी नदी गुजरती है, जिस पर दूधसागर झरना स्थित है. पणजी से इसकी दूरी लगभग 60 किमी है. यहां मानसून के दौरान पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है. दूधसागर झरने को ‘मिल्क ऑफ सी’ भी कहा जाता है.
2. अथिराप्पिल्ली वाॅटरफाल, केरल केरल पहले से ही भगवान की धरती कहे जाने वाला केरल अपने मॉनसून, समुद्री किनारा, प्रकृति और वाटरफॉल्स के लिए भी मशहूर है. यहां कई खूबसूरत और शानदार वाॅटरफाल हैं, जो किसी का भी मन मोह सकते हैं. उनमें से अथिराप्पिल्ली सबसे खूबसूरत वाटरफॉल है. यहां पर 80 फीट ऊंचाई से पानी गिरता है.
3. चित्रकूट वाॅटरफाल, छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ में स्थित चित्रकूट वाटरफॉल देश का सबसे बड़ा और मनमोह लेने वाले जल प्रताप में से एक है. यह वाॅटरफाल छत्तीसगढ़ में नियाग्रा नदी इंद्रावती में जगदलपुर के पास गिरता है. यह खूबसूरत वाॅटरफाल 29 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जबकि इसकी चौड़ाई मौसम के अनुरूप बदलती रहती है.
4. कोर्तल्लम वाॅटरफाल, तमिलनाडु कोर्तल्लम को दक्षिण भारत का स्पा भी कहा जाता है. यह तमिलनाडु के तिरुलेनवेली जिले में शहर के पश्चिमोत्तर घाट पर स्थित है. यह जगह भी अपने अनेकों वॉटरफाल्स की वजह से प्रसिद्ध है.
5. धौंधर वाॅटरफाल, मध्यप्रदेश यह वॉटरफाल मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में स्थित है. संगमरमर की चट्टानों के कण्ठ से होते हुए गिरने वाला यह जल प्रताप पवित्र नदी नर्मदा से बना है. यह विश्व प्रसिद्ध संगमरमर की चट्टानों में सबसे लोकप्रिय भारतीय पर्यटन स्थल में से एक है.
6. जोग वाॅटरफाल, कर्नाटक जोग प्रताप महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा पर शरावती नदी पर स्थित है. इसका जल 250 मीटर की उंचाई से गिरकर बड़ा सुंदर दृश्य उपस्थित करता है. इसका एक अन्य नाम जेरसप्पा भी है. इस वाॅटरफाल (जल प्रपात) की उंचाई 830 फीट है जो भारत का दूसरा सबसे ऊंचा वाॅटरफाल है. इस फाल को यूनेस्को की ओर से दुनिया के सबसे अच्छे पर्यावरणीय स्थलों में से एक घोषित किया गया है.
7. खंडधार वाॅटरफाल, उड़ीसा उड़ीसा राज्य का सबसे बड़ा झरना सुंदरगढ़ जिले में हरे भरे जंगल के बीच स्थित है. घोड़े की पूंछ के आकार का ये वाॅटरफाल 801 फीट की कुल ऊंचाई के साथ भारत के 12 वें स्थान पर स्थित है.
8. नोहकालीकाई वाॅटरफाल चेरापूंजी के समीप नोहाकालीकाई वाॅटरफाल भारत का सबसे उंचा जल प्रपात है. इस जल प्रताप के पास स्थित खड़ी चट्टान से छलांग लगाने वाली स्थानीय लड़की का लिकाई के नाम पर इस जल प्रताप का नाम नोहकालीकाई पड़ा.
9. तालकोना वाॅटरफाल, आंध्र प्रदेश यह वाॅटरफाल आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में श्रीवेंकटेश्वर नेशनल पार्क में स्थित है. यह वाटरफॉल तिरुमाला पर्वतश्रेणियों के शुरुआत में है. इसकी ऊंचाई 270 फीट है. तालकोना का पानी चंदन की लड़की और जड़ी-बूटियों से घिरे होने की वजह से चिकित्सा में काम आता है.