Home फिल्म जगत Movie ‘इंदु सरकार’ पर उठे विवाद से परेशान है एक्‍टर…

Movie ‘इंदु सरकार’ पर उठे विवाद से परेशान है एक्‍टर…

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मधुर भंडारकर की अगली फिल्म ‘इंदु सरकार’ की अहम किरदार निभा रहीं कीर्ति कुल्हार का कहना है कि केवल ट्रेलर देखकर प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं है. ‘पिंक’ से प्रसिद्धि हासिल करने वाली अभिनेत्री ने कहा कि उन्हें पहली बार फिल्म उद्योग में इस तरह के विवाद का सामना करना पड़ा है. उन्होंने कहा, ‘मेरा पहली बार विवाद के साथ सामना हुआ है. मैंने बॉलीवुड में सुना है कि हर तरह का प्रचार अच्छा होता है. फिर यह हमारी फिल्म के लिए भी अच्छा है. लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं होंगी.’ उन्होंने कहा, ‘मैं समझती हूं कि फिल्म का विषय ऐसा है, जिस पर प्रतिक्रियाएं आएंगी और मुझे लगता है कि यह सकारात्मक की बजाय नकारात्मक अधिक होगी.’

मधुर भंडारकार की इस फिल्‍म को शुरू से ही काफी मिली जुली प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. देश में 1975 में लगी इमरजेंसी के दौरान बनाई गई इस फिल्‍म को लेकर काफी विवाद उठ रहे हैं. कांग्रेस के कई नेताओं के विरोध के बाद हाल ही में संजय गांधी की बेटी होने का दावा करने वाली एक महिला ने भी आरोप लगाया है कि यह फिल्‍म कांग्रेस के दिवंगत नेता और उनकी मां तथा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गलत रूप में पेश करती है. प्रिया सिंह पॉल ने कहा कि फिल्म में ‘गलत रूप में पेश की गयी चीजों’ के कारण वह ‘अपनी चुप्पी तोड़ने पर’ मजबूर हुई. इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी की 1980 में एक विमान हादसे में मौत हो गयी थी. इस फिल्‍म में एक्‍टर नील नितिन मुकेश, संजय गांधी के किरदार में नजर आ रहे हैं.

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कीर्ति ने कहा कि फिल्म की टीम इन प्रतिक्रियाओं से निपट रही है. उन्होंने उम्मीद जताई कि दर्शक विषय-वस्तु के आधार पर फिल्म को पसंद करेंगे. उन्होंने कहा, ‘केवल तीन मिनट का ट्रेलर देखकर कुछ लोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर जो भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं, उससे मुझे हैरानी हो रही है.’

वहीं ‘इंदु सरकार’ में भूमिका निभा रहे बांग्ला अभिनेता तोता रॉय चौधरी का कहना है कि फिल्म से जुड़े सेंसरशिप के विवादों को देखते हुए वह थोड़े चिंतित हैं. चौधरी ने फिल्म का तीन मिनट का ट्रेलर जारी किए जाने के बाद उसे मिली प्रतिक्रियाओं को लेकर कहा, ‘इस देश के नागरिक के तौर पर मैं थोड़ा चिंतित हूं. लोग हमसे हमारे रचनात्मक काम को मंजूरी के लिए दिखाने को कैसे कह सकते हैं? क्या यह सही है?’ सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 14 कट और दो डिस्क्लेमर्स लगाने को कहा है.

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भंडारकर ने बताया कि फिल्म कवयित्री इंदु की कहानी है जो व्यवस्था के खिलाफ विद्रोह करती है.  उसके पति एक नौकरशाह हैं. भंडारकर ने लोगों की फिल्म दिखाने की ‘गैर जरूरी’ मांगों और फिल्म को लेकर कानूनी नोटिस देने को ‘बेतुका’ कहा है. मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के अध्यक्ष पहलाज निहलानी को फिल्म सेंसर करने से पहले उन्हें दिखाने को कहा है.

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