देश का राष्ट्रपति चुनने के लिए हिमाचल प्रदेश के विधायकों ने वोट डाल दिए हैं। सुबह 10 बजे से वोटिंग शुरू हो गई और सभी सदस्यों ने विधानसभा पहुंच कर वोट डाल दिए। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और नेता विपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने भी मतदान किया। वोट देने के बाद सीएम ने कहा दोनों ही उम्मीदवार मजबूत हैं। कांग्रेस ने मीरा कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। वह पढ़ी लिखी और अनभुवी उम्मीदवार हैं। वहीं धूमल ने कहा कि एनडीए के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद का राष्ट्रपति बनना तय है।
कोविंद को हिमाचल से 1889 वोट की लीड
अगर क्रॉस वोटिंग नहीं होती है तो एनडीए के रामनाथ कोविंद को हिमाचल प्रदेश से करीब 1889 वोटों की लीड मिलेगी। राज्य में कुल 68 विधायक हैं लेकिन आयुर्वेद मंत्री कर्ण सिंह के निधन के बाद सदस्यों की संख्या 67 रह गई है। इनमें से 35 विधायक कांग्रेस के हैं, 27 बीजेपी और 5 निर्दलीय हैं। इसके अलावा प्रदेश से कुल 7 सांसद हैं जिनमें से 5 बीजेपी के और 2 कांग्रेस के हैं। विधायक की वोट वैल्यू 51 है जबकि सांसद के एक वोट की वैल्यू 708 है। सांसदों की संख्या ज्यादा होने की वजह से हिमाचल प्रदेश में बीजेपी और कोविंद का पलड़ा भारी रहने की उम्मीद है। राष्ट्रपति चुनाव में हिमाचल प्रदेश की 0.32 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।