मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि बिजली बोर्ड में कनिष्ठ अभियंता (इलैक्ट्रीकल) के 300 पद तथा कनिष्ठ अभियंता (सिविल) के 30 पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है और शीघ्र ही ये पद भर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कनिष्ठ अभियंता से सहायक अभियंता पद पर समयबद्ध पदोन्नति पर विचार करके इसे पूरा करने की दिशा में आवश्यक उठाए जाएंगे। राज्य बिजली बोर्ड कनिष्ठ अभियंता से सहायक अभियंता संघ के 11वें महासम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि उन्होंने कहा कि प्रदेश में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारियों के प्रयास से ही हो पाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय तथा दूरदराज क्षेत्रों के उपभोक्ताओं के लिए सौर ऊर्जा तथा पवन ऊर्जा के विकल्पों पर भी विचार कर रही है।
काजा में 2.5 मैगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना
उन्होंने कहा कि काजा में 2.5 मैगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य विद्युत बोर्ड व भारतीय सौर ऊर्जा निगम तथा हिमाचल प्रदेश सौर ऊर्जा निगम द्वारा संयुक्त रूप से समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार चालू वित्त वर्ष के दौरान राज्य के घरेलू व कृषक उपभोक्ताओं को 450 करोड़ रुपए का अनुदान प्रदान कर रही है। इसी दौरान उन्होंने स्मारिका का विमोचन भी किया। इस मौके पर कनिष्ठ अभियंता से सहायक अभियंता संघ के अध्यक्ष बुद्धि सिंह ठाकुर ने पंजाब राज्य बिजली बोर्ड की तर्ज पर कनिष्ठ अभियंताओं को संशोधित समयबद्ध पदोन्नति स्केल देने तथा कनिष्ठ अभियंता से सहायक अभियंता की पदोन्नति के समय वेतन वृद्धि प्रदान करने की मांग भी उठाई।
महासम्मेलन में ये रहे मौजदू
इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री अनिल शर्मा, मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल ठाकुर, मिल्क फैड के अध्यक्ष चेत राम ठाकुर, ए.पी.एम.सी. के चेयरमैन हरेंद्र सेन, राज्य बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक पी.सी. नेगी व मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी. अमित पाल भी उपस्थित थे।