सावन का पावन महीना चल रहा है. हर कोई भोलेनाथ की भक्ति में डूबा हुआ हैं. सावन के खास मौके पर बेटियों का मायके जाना बेहद शुभ माना जाता है. आमतौर पर विवाह के बाद पहले सावन में बेटियां अपने मायके जाती हैं. जिससे बेटियां मानसिक और शारीरिक रूप से बेहतर रह सकें. सावन में बेटियों का मायके जाना एक विशेष पंरपरा है. ऐसा करने से बेटियों के मायके और ससुराल पक्ष की स्थितियां बेहतर रहती है.
सावन पर बेटियों का मायके जाना क्यों शुभ रहता है
कभी-कभी ऐसा होता है कि बेटियों का भाग्य सारे घर के भाग्य को नियंत्रित करता है. अगर बेटी की विदाई होती है तो घर की स्थिति खराब हो जाती है. अगर घर में विवाह के बाद भी बेटियों का सम्मान ना किया जाए तो स्थिति काफी बिगड़ सकती है.
बेटियों से हर समस्याएं हल होती हैं
सावन के महीने में जब बेटी मायके आए तो विशेष उपाय से घर और जीवन की सारी समस्याएं हल हो सकती हैं. जब बेटी सावन में मायके आए तो घर तो तुलसी का पौधा लगवाएं. जितने भी दिन बेटी घर में रहे रोज शाम को तुलसी के नीचे दीपक जलाएं. इसके बाद बेटी घर में सुख शांति की प्रार्थना करें.
मकान नहीं बन रहा हो
अगर किसी का घर नहीं बन पा रहा हो या नये घर को खरीदने में दिक्कत आ रही हो तो ऐसे में एक उपाय किया जा सकता है. बेटी के घर आने पर किसी भी मंगलवार को उसके पैसों से खरीदा हुआ उसके हाथ से गुड़ लें. उसके बाद उसी दिन उस गुड़ को मिट्टी के बर्तन में रखकर मिट्टी में दबा दें, ऐसा करने से शीघ्र ही मकान और संपत्ति की इच्छा पूरी होगी.
घर में कर्ज की परेशानी हो
सावन में बेटी के घर आने पर किसी भी बुधवार को बेटी के हाथ से रक्षा सूत्र लपेटी हुई एक सुपारी लें और उस सुपारी को पूजा के स्थान पर पीले कपड़े में रखें, कर्ज की परेशानी दूर होगी.
सावन में बेटी के आने पर क्या उपाय करें
सावन में बेटी घर आती है तो उसके हाथ से एक गुलाबी कपड़े में थोड़ा सा अक्षत और एक चांदी का सिक्का लें. गुलाबी कपड़े में उस अक्षत और सिक्के को बांधकर अपने धन स्थान पर रख दें. बेटी के हाथ से एक गुलाबी कपड़े में थोड़ा सा अक्षत और एक चांदी का सिक्का लें. इसके बाद बेटी का चरण जरुर स्पर्श करें. ऐसा करने से हर तरह की समस्याएं दूर हो सकेगीं.