मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्वच्छ प्रशासन का संदेश जनता तक पहुँचे। सुशासन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कमिश्नर और कलेक्टरों से कहा है कि राजस्व प्रशासन उनका बुनियादी काम है। इसे चुस्त-दुरुस्त बनाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। जनता को लोक सेवा प्रदाय कानून की सेवायें समय-सीमा में मिलें। इसमें विलम्ब होने पर जुर्माना और दंडात्मक कार्रवाई की जाये। इसमें शिथिलता मिलने पर नियंत्रक अधिकारियों की जवाबदेही निर्धारित कर कार्रवाई की जायेगी। श्री चौहान आज कमिश्नर-कलेक्टरों की वीडियो कांफ्रेंसिंग को संबोधित कर रहे थे। कांफ्रेंसिंग में राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोक सेवा प्रदाय कानून के प्रकरणों के निराकरण की दैनिक स्थिति पोर्टल पर उपलब्ध होगी, ऐसी व्यवस्था की गई है। वे स्वयं पोर्टल की समीक्षा करेंगे। अधिकारियों को भी उनके कार्य क्षेत्र में प्रकरणों के निराकरण की विभाग, अधिकारी और सेवावार जानकारी उपलब्ध होगी। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे व्यवस्थायें चॉक-चौबंद कर लें मुख्यमंत्री समीक्षा में यदि गड़बड़ी मिली तो संबंधित जिला कलेक्टर, संभागायुक्त की प्रतिष्ठा धूमिल होगी। श्री चौहान ने निर्देश दिये कि लोक सेवा प्रदाय कानून में विभिन्न विभाग को 53 ऑनलाइन सेवाओं को सी.एम. डैश बोर्ड से संलग्न करवाया जाये। ऑफलाइन 58 सेवाओं को भी शीघ्र ऑनलाइन करें। अधिसूचित सेवाओं की जानकारी आमजन तक पहुँचाने के प्रयासों को युद्धस्तर पर किया जाये। कार्य से संबद्ध अधिकारी-कर्मचारियों का भी गहन प्रशिक्षण करवाया जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राजस्व विभाग सीधे जनता से जुड़ा है। इसलिये जरूरी है कि विभाग की सेवायें, तत्परता और सहजता से आमजन को मिलें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्राथमिकता तय कर कार्य करें। हर जिला राजस्व मामलों की समाधान व्यवस्था को लंबित प्रकरणों से मुक्त बनायें। नये प्रकरण निर्धारित समय-सीमा में निराकृत हो, लंबित प्रकरण एक भी नहीं है, इसका दावा जिला करें। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी का बुनियादी काम राजस्व सेवायें है। वे निरंतर भ्रमण और निरीक्षण कर, व्यवस्थाओं की निगरानी करें। लंबित प्रकरणों की संख्या शू्न्य करने के लिये अभियान चलाने, पखवाड़ा मनाने और मुहिम चलाने आदि कार्यों की योजना भी बनाई जाये। कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण महाभियान के पौधों के रख-रखाव की निगरानी करवाने, बाढ़ नियंत्रण और राहत-बचाव संबंधी सावधानियों, प्रयासों के प्रति सचेत रहने के निर्देश दिये।
जनता का आदमी हूँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान कांफ्रेंसिंग में अधिकारियों के साथ कड़े तेवर में नजर आए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वे जनता के आदमी है और जनता के बीच जाते है। जनता से सीधे चर्चा कर वे योजनाओं की मैदानी हकीकत जानेगें। उनसे सीधे राजस्व प्रशासन की सेवाओं की जानकारी लेंगे। उन्होंने राजस्व न्यायालय में लंबित प्रकरणों की अधिक संख्या के परिप्रेक्ष्य में सीधी के तहसीलदार न्यायालय कुसमी, सीधी और पोंडी से लंबित प्रकरणों के संबंध में स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये।