भारतीय महिला टीम की धमाकेदार बल्लेबाज हरमनप्रीत ने गुरुवार को धमाकेदार पारी खेलकर हर किसी का दिल जीत लिया. उनकी नाबाद 171 रन पारी की बदौलत भारतीय टीम ने छह बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल मुकाबले में 36 रन से हराकर शान के साथ महिला क्रिकेट वर्ल्डकप 2017 के फाइनल में प्रवेश कर लिया, जहां टीम का मुकाबला मेजबान इंग्लैंड से होगा. हरमनप्रीत की मां को अपनी बेटी की इस पारी पर नाज है. उन्होंने बेटी की इस पारी के बाद दुनिया खासतौर पर भारत जैसे विकासशील देश के लोगों को सख्त संदेश दिया है. न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘लड़कियों का सशक्तीकरण किया जाना चाहिए. उनकी भ्रूण हत्या नहीं की जानी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि जिस तरह मेरी बेटी ने अपने प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित किया है, उसके बाद दूसरी लड़कियों को भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.
पंजाब की इस बल्लेबाज के पिता हरमिंदर सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि वह आगे भी इस तरह का प्रदर्शन जारी रखे और वर्ल्डकप जीतकर पूरे देश को नायाब तोहफा दे. हरमनप्रीत की रिकॉर्डों से भरी पारी के बाद उनके गांव पंजाब के मोंगा में जश्न का माहौल है. हर कोई इस प्रदर्शन के लिए उनके परिवार को बधाई दे रहा है. पड़ोस के युवा पंजाबी ढोल की थाप पर भांगड़ा करते हुए नजर आए जबकि परिवार ने इस मौके पर मिठाई बांटी.
उनकी बहन ने कहा, बचपन से ही हरमनप्रीत लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती थी. रनों के लिए उसकी भूख कभी खत्म नहीं होती और यह बात उसके जबर्दस्त स्ट्राइक रेट से समझी जा सकती है. उन्होंने कहा, हमेशा सकारात्मक रुख अपनाना हरमन की खासियत है. मैदान पर उसका व्यवहार विराट कोहली की तरह आक्रामक होता है. इसके उलट मैदान के बाहर बेहद शांत रहती है.
अपने शुरुआती दिनों से ही हरमनप्रीत टीम इंडिया के धमाकेदार बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को आदर्श मानती थी और उन्हीं के अंदाज में बैटिंग करना चाहती थी. गौरतलब है कि टीम इंडिया की उपकप्तान हरमनप्रीत ने गुरुवार को 115 गेंदों पर ताबड़तोड़ 171 रन की पारी खेली. उनकी जोरदार बल्लेबाजी के आगे ऑस्ट्रेलियाई टीम की गेंदबाज असहाय नजर आईं. मैच में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पूरी तरह दबाव में रखा और जीत हासिल करते हुए फाइनल का टिकट कटाया.