Home धर्म/ज्योतिष 24 जुलाई से माता चिंतपूर्णी का मेला प्रारंभ….

24 जुलाई से माता चिंतपूर्णी का मेला प्रारंभ….

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चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है, हर साल की तरह श्रावण अष्टमी में माता चिंतपूर्णी का मेला लगता है। इस बार भी मां चिंतपूर्णी का मेला (हिमाचल प्रदेश) में 24 जुलाई से शुरू हो रहा है जहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु नतमस्तक होते है। आने वाले श्रद्धालुओं की सच्चे मन से की गई पुकार मां शीघ्र सुनती हैं व उनकी चिंताओं को दूर कर उन्हें सुख-समृद्धि व सम्पन्नता का वरदान देती हैं।

52 स्थानों पर गिरे थे मां सती के अंग 
भारतीय उपमहाद्वीप में अलग-अलग 52 स्थानों पर जहां-जहां सती के अंग गिरे थे वहां पर शक्तिपीठ स्थापित हुए। हिमाचल में मुख्यत: चामुंडा देवी नंदीकेश्वर में, माता ब्रजेश्वरी देवी कांगड़ा में, मां ज्वाला जी ज्वालामुखी में, मां नयना देवी आनंदपुर साहब में, और मां छिन्नमस्तिका धाम चिंतपूर्णी में हैं जहां सावन में भारी मेला लगता है।

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8 दिन लगता है मेला
चिंतपूर्णी आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हर वर्ष बढ़ रही है। श्रावण अष्टमी मेल के अवसर पर यहां 8 दिन लगातार मेला लगता है। मेले के दिनों में जालंधर से चिंतपूर्णी तक मार्ग में जगह-जगह लंगर लगाने वाली संस्थाओं के स्वयंसेवक जिनमें अधिकतर नौजवान होते हैं, बड़ी श्रद्धा से यात्रियों को प्रसाद ग्रहण करने की प्रार्थना करते हैं। इस मेले में अनगिनत आने वाले श्रद्धालु माता चिंतपूर्णी की पिंडी रूप के दर्शन कर कृतार्थ होते हैं।

मेले की तैयारियों में जुटा प्रशासन
24 से 31 जुलाई तक मनाए जा रहे श्रावण अष्टमी मेले को लेकर मंदिर को बड़ी ही खूबसूरती से सजाया गया है। मेले को लेकर जिला ऊना प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। मेले में देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर भी बड़ी संख्या में हिमाचल पुलिस के जवान नियुक्त हैं जो कि अलग-अलग स्थानों पर तैनात रहेंगे। एस.डी.एम. के अनुसार मेले में श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई समस्या न आए, इसको लेकर प्रशासन द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। श्रद्धालुओं की मां चिंतपूर्णी के प्रति आस्था को देखते हुए उन्हें जल्द मां के दर्शन करवाने के लिए प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंध किए किए गए है।

पैदल व साइकिलों पर जा रहे हैं श्रद्धालु
श्रावण माह शुरू होते ही मां के भक्तों ने अपनी मनोकामना के साथ पैदल व साइकिलों पर मां के दरबार के लिए जाना शुरू कर दिया है। श्रावण संक्रांति के दिन भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु होशियारपुर-चिंतपूर्णी मार्ग पर पैदल व साइकिलों पर जाते दिखे जो पंजाब के अलग-अलग जिलों से संबंधित थे। उन्होंने बातचीत में ‘पंजाब केसरी’ टीम को बताया कि वे हर साल यह यात्रा इसी तरह ही करते हैं और दाती की उन पर इतनी कृपा रहती है कि उन्हें कभी कोई मुश्किल नहीं आई।

पार्किंग
चिंतपूर्णी में आने वाले वाहनों की पार्किंग भरवाईं में होगी जिसका प्रबंध मंदिर न्यास माता चिंतपूर्णी करेगा। यह पार्किंग नि:शुल्क होगी।

सफाई व सुलभ शौचालय
प्रशासन की तरफ से मेले में सफाई का उचित प्रबंध किया है ताकि यात्री को कोई परेशानी न आए। प्रशासन ने भक्तों के लिए सुलभ शौचालय बनाए बनवाएं हैं, जहां 24 घंटे पानी की व्यवस्था की गई है।

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