मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के समक्ष मध्यप्रदेश पुलिस और विश्व के उत्कृष्टतम विश्वविद्यालयों में से एक मैसाच्यूसेट इस्टीट्यूट ऑफ टैक्नॉलाजी के मध्य समझौता आज मुख्यमंत्री निवास में हस्ताक्षरित हुआ। प्रदेश पुलिस को और अधिक जनोन्मुखी बनाने के लिये संस्थान द्वारा शोध कार्य किया जायेगा। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला और मैसाच्यूसेट इस्टीट्यूट ऑफ टैक्नॉलाजी शोध संस्थान के श्री अब्दुल लतीफ ज़मील, गरीबी उन्मूलन एक्शन लैब की दक्षिण एशियाई प्रमुख सुश्री शोभनी मुखर्जी ने समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस मौके पर पुलिस अधिकारी, संस्थान के प्राध्यापक और शोधकर्ता उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सामुदायिक पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी बनाने के निरंतर प्रयास हो रहे हैं। इस दिशा में वर्ष 2009 से जनसुनवाई शुरू की गई। प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण की प्रभावी पहल के लिए पुलिस बल में उनके लिए 30 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने संस्थान के साथ हुये एम.ओ.यू. पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शोध कार्य निष्पक्ष और निरपेक्ष रूप से किया जाये। अध्ययन के निष्कर्ष पुलिस व्यवस्था को अधिक बेहतर और मजबूत बनाने में सहयोगी हों।
पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रदेश की पुलिस व्यवस्था को और अधिक बेहतर तथा मज़बूत बनाने के लिये शोध का कार्य-क्षेत्र जनता एवं पुलिस के मध्य संवाद, पुलिस प्रतिक्रिया-प्रक्रिया और पुलिस बल में महिलाओं के एकीकरण पर केन्द्रित होगा।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह श्री के. के. सिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक बर्णवाल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री राजीव टंडन और श्रीमती अनुराधा शंकर सिंह, प्रोफेसर वर्जीनिया विश्वविद्यालय श्री संदीप सूथांकर, प्रोफेसर हावर्ड विश्वविद्यालय श्री अक्षय मंगला, प्रोफेसर विज़नर वर्जीनिया सुश्री ग्रैब्रीला क्रूक्स, प्रोजेक्ट ऑफीसर जे.पी.ए.लैब दक्षिण एशिया श्री विष्णु पदमाभन, शोध सहायक श्री अंशुमान भार्गव उपस्थित थे।