लाहौल-स्पीति के एस.पी. गौरव सिंह ने 18 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। इन पुलिस कर्मियों को सेना की कानवाई का काफिला लेकर लेह से वापस आ रहे कैप्टन स्तर के एक सैन्य अधिकारी की ऑनलाइन शिकायत पर निलंबित किया गया है। ये सभी पुलिस कर्मी कोकसर, दारचा और सरचू में बैरियरों पर तैनात थे। यह घटना 26 जुलाई की है, जब उक्त सैन्य अधिकारी लेह से सरचू पहुंचे तो यहां पर तैनात पुलिस कर्मियों ने अधिकारी से 200 रुपए रिश्वत के तौर पर लिए। इस दौरान जब उक्त अधिकारी ने अपना परिचय दिया तो पुलिस कर्मियों ने उनसे लिए 200 रुपए वापस कर दिए।
दारचा में भी पुलिस कर्मियों ने मांगी रिश्वत
इसके बाद उक्त सैन्य अधिकारी जब दारचा पहुंचे तो वहां पर भी पुलिस कर्मियों ने उनसे 200 रुपए लिए और ऐसे ही कोकसर में भी पुलिस कर्मियों ने सैन्य अधिकारी से 200 रुपए वसूल किए। ऑनलाइन शिकायत में कहा गया है कि सैन्य काफिले में शामिल वाहनों को जल्दी आगे भेजने के लिए इन पुलिस कर्मियों ने रिश्वत मांगी। इस प्रकरण से जहां खाकी पर बट्टा लगा है, वहीं पुलिस के कारनामे का भी बड़ा खुलासा हुआ है। माना जा रहा है वाहनों को जल्दी आगे भेजने की एवज में पैसे लेने का यह क्रम लम्बे समय से चल रहा था। पर्यटक वाहनों से भी इसी तर्ज पर वसूली होती होगी।
ये पुलिस कर्मी हुए निलंबित
निलंबित पुलिस कर्मियों में कोकसर में तैनात 1 ए.एस.आई.,1 हैड कांस्टेबल और 6 कांस्टेबल शामिल हैं जबकि सरचू में तैनात 1 हैड कांस्टेबल और 4 कांस्टेबल तथा दारचा में तैनात 1 हैड कांस्टेबल और 4 कांस्टेबल शामिल हैं। ऑनलाइन शिकायत मिलते ही लाहौल-स्पीति के नए एस.पी. ने निलंबन आदेश जारी करने जैसी बड़ी कार्रवाई अमल में लाई है।
गलत करने वालों के लिए महकमे में नहीं कोई जगह
लाहौल-स्पीति के एस.पी. ने कहा कि 18 पुलिस कर्मियों को सस्पैंड कर दिया है। इस तरह की गड़बड़ी करने और विभाग को बदनाम करने वाले अन्य लोगों को भी बख्शा नहीं जाएगा और इस मामले में शिकायतकत्र्ता की भी जांच की जाएगी। कोकसर, दारचा और सरचू में अन्य पुलिस कर्मियों को तैनात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की पुलिस ईमानदारी के लिए जानी जाती है ऐसे में गलत करने वालों के लिए महकमे में कोई जगह नहीं