गुजरात से राज्यसभा इलेक्शन जीतकर 5वीं बार संसद पहुंचे अहमद पटेल को जेडीयू के सीनियर लीडर शरद यादव ने बधाई दी। उन्होंने बुधवार को पटेल के साथ एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा- ”मुश्किल घड़ी में जीत के लिए दिल से बधाई। आशा करता हूं कि आपको करियर में हमेशा कामयाबी मिले।” खास बात ये है कि गुजरात में जेडीयू का एक ही विधायक (छोटूभाई वासवा) है और उसने भी पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर पटेल को वोट दिया। जेडीयू के सीनियर लीडर्स ने बीजेपी को सपोर्ट का भरोसा दिलाया था। नीतीश कुमार इस हरकत से नाराज बताए जाते हैं। ऐसे में शरद यादव और उनके बीच दूरियां बढ़ सकती हैं। MLAs की ईमानदारी से जीत मिली…
– सोनिया गांधी के पॉलिटिकल एडवाइजर अहमद पटेल ने जीत के लिए कांग्रेस के सभी ईमानदार विधायकों, पार्टी लीडरशिप और वर्कर्स को धन्यवाद दिया। बीजेपी पर चुटकी लेते हुए पटेल ने कहा, ”भगवान सभी को सद्बुद्धि दे। ईश्वर के आशीर्वाद और पार्टी के ईमानदार साथियों, विधायकों और शुभचिंतकों की मदद से जीत हासिल हुई।”
– ”मैंने 5 लोकसभा और 4 राज्यसभा इलेक्शन लड़ा, लेकिन ये सबसे कठिन था। हम सब एक फैमिली की तरह लड़े। मुझे नहीं पता कि क्यों उन्होंने मुझे टारगेट किया। अब बीजेपी का निजी बदला और राजनीतिक आतंक उजागर हो चुका है। गुजरात की जनता उन्हें करारा जवाब देगी।”
– इसके पहले पटेल ने ट्वीट किया, ”सत्यमेव जयते। यह सिर्फ मेरी जीत नहीं, बल्कि पैसा की ताकत और सरकारी मशीनरी के गलत इस्तेमाल की हार है। कांग्रेस इस जीत से मजबूत होगी और 2017 के असेंबली इलेक्शन में भी बीजेपी को हराएंगे।”
– इसके पहले पटेल ने ट्वीट किया, ”सत्यमेव जयते। यह सिर्फ मेरी जीत नहीं, बल्कि पैसा की ताकत और सरकारी मशीनरी के गलत इस्तेमाल की हार है। कांग्रेस इस जीत से मजबूत होगी और 2017 के असेंबली इलेक्शन में भी बीजेपी को हराएंगे।”
शाह-स्मृति को मिली जीत
– हाईवोल्टेज ड्रामे के बीच मंगलवार रात राज्यसभा की तीन सीटों के लिए वोटों की गिनती हुई। इसमें पटेल को 44 और उनके खिलाफ मैदान में उतरे बीजेपी कैंडिडेट बलवंत सिंह राजपूत को 38 वोट मिले। अमित शाह और स्मृति ईरानी ने 46-46 वोट के साथ जीत दर्ज की।
– बता दें कि गुजरात में राज्यसभा की कुल 11 सीट हैं। अब अहमद पटेल की जीत से 2 पर कांग्रेस का कब्जा हो गया है, जबकि बाकी 9 बीजेपी के पास हैं।
जेडीयू विधायक ने नहीं माना फरमान
– छोटूभाई वासवा ने मंगलवार को कहा था, ”मैंने पुराने दोस्त अहमद पटेल को वोट दिया, बीजेपी के खिलाफ नहीं। जेडीयू की स्टेट यूनिट ने इतने बड़े मुद्दे पर कोई बात नहीं की।”
– इसके पहले जेडीयू नेता केसी त्यागी ने वासवा से कहा था कि पार्टी चीफ नीतीश कुमार ने बीजेपी कैंडिडेट बलवंत सिंह राजपूत को वोट देने का फैसला लिया है। लेकिन विधायक ने पार्टी का फरमान नहीं माना।
– इसके बाद शाम को नीतीश कुमार ने जेडीयू के गुजरात चीफ अरुण श्रीवास्तव बर्खास्त कर दिया। दोनों नेता (श्रीवास्तव और वासवा) शरद यादव के करीबी माने जाते हैं।
– इसके पहले जेडीयू नेता केसी त्यागी ने वासवा से कहा था कि पार्टी चीफ नीतीश कुमार ने बीजेपी कैंडिडेट बलवंत सिंह राजपूत को वोट देने का फैसला लिया है। लेकिन विधायक ने पार्टी का फरमान नहीं माना।
– इसके बाद शाम को नीतीश कुमार ने जेडीयू के गुजरात चीफ अरुण श्रीवास्तव बर्खास्त कर दिया। दोनों नेता (श्रीवास्तव और वासवा) शरद यादव के करीबी माने जाते हैं।
महागठबंधन तोड़ने से नाराज हैं शरद
– बिहार में महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ सरकार बनाने के नीतीश के फैसले को लेकर शरद यावद नाराज चल रहे हैं। शरद कह चुके हैं कि नीतीश ने आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन से अलग होने से पहले उनसे कोई सलाह नहीं ली। महागठबंधन के लिए सबने मिलकर कोशिश की थी।
– पार्टी ने शरद यादव के तीन दिन के दौरे से खुद को अलग कर लिया है। कहा गया है कि यह उनका पर्सनल प्रोग्राम में पार्टी वर्कर्स इसमें जाने के लिए बाध्य नहीं हैं।
– पार्टी ने शरद यादव के तीन दिन के दौरे से खुद को अलग कर लिया है। कहा गया है कि यह उनका पर्सनल प्रोग्राम में पार्टी वर्कर्स इसमें जाने के लिए बाध्य नहीं हैं।