हिमाचल में पिछले एक हफ्ते में लैंडस्लाइड के कारण कई लोगों की मौत हो चुकी। भूस्खलन अब भी जारी है। कई रास्तों पर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। फिर भी हादसे हो रहे हैं। सोमवार दोपहर हिमाचल के दाड़लाघाट में एक भारी-भरकम विशाल पत्थर जेसीबी पर गिर गया था। इस हादसे में जेसीबी का ड्राइवर अंदर ही फंस गया था, जिसे लगभग 18 घंटे बाद मंगलवार सुबह 6 बजे बाहर निकाल लिया गया।
-जानकारी के मुताबिक, यह जेसीबी दाड़लाघाट से अंबूजा की तरफ जाने वाली सड़क में कटान का कार्य कर रही थी।
-तभी अचानक एक बड़ा सा पत्थर जेसीबी पर आकर गिर गया। बताया जा रहा है कि पत्थर जेसीबी से 4 गुना ज्यादा बड़ा है।
– पत्थर भारी होने के कारण राहत और बचाव कार्य में समय लगा। 18 घंटे की कड़ी मुशक्त के बाद चालक को बचा लिया गया।
– सोमवार दोपहर 1:00 बजे के बाद से पूरी रात भर चले इस रेस्क्यू में बिना रुके इस सफलता को अंजाम दिया।
– इस बीच देर रात के बाद मौसम भी करवट बदलता रहा, बीच-बीच में बारिश भी होती रही।
– लेकिन एनडीआरएफ और रेस्क्यू में लगे स्थानीय लोग ना तो पीछे हटे और ना ही हार मानने को तैयार थे।
– हालांकि, इस काम को अंजाम देना किसी चुनौती से कम नहीं था, परंतु टीम ने स्थानीय लोगों की सहायता से इसे अंजाम तक पहुंचाया।
– एनडीआरएफ की टीम रात 8:00 बजे के बाद दाड़लाघाट पहुंची और बिना रुके बिना समय गवाएं अपने काम पर जुट गई।
-18 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मंगलावर सुबह 6:00 बजे चालक को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
दोनों हाथ मशीन के अंदर फंस गए थे…
बताया जा रहा है कि चालक के दोनों हाथ अंदर फंसे हुए थे, जिसकी वजह से ना तो चट्टान को ज्यादा छेड़ा जा सकता था और ना ही जेसीबी के साथ ज्यादा कुछ किया जा सकता था।
ड्राइवर को बाहर निकालने के बाद तुरंत उसे 108 के चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के पश्चात आईजीएमसी शिमला ले गए।