मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा कुशल प्रशासक, विशाल हृदय वाले विद्वान और अद्भुत व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने देश की आजादी की लड़ाई और भोपाल राज्य के विलीनीकरण आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई। देश के विकास और जन-कल्याण में उनकी भूमिका सदैव प्रेरणादायी रहेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहां भोपाल के रेत घाट तिराहे में पूर्व राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा की प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचौरी, सांसद श्री आलोक संजर, महापौर श्री आलोक शर्मा, विधायक श्री सुरेन्द्रनाथ सिंह, श्री पी.सी. शर्मा, मो. सगीर एवं अन्य जन-प्रतिनिधि तथा डॉ. शर्मा के सुपुत्र श्री आशुतोष दयाल और उनके अन्य परिजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शर्मा के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करते हुये कहा कि वे केवल भोपाल के ही नहीं बल्कि पूरे देश के गौरव सपूत थे। उनका सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। उनके पद-चिन्हों पर चलने का हम प्रयास करेंगे। श्री चौहान ने कहा कि भोपाल को प्रदेश की राजधानी बनवाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। उन्होंने भोपाल के विकास की आधारशिला रखी। श्री चौहान ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शर्मा की प्रतिमा का अनावरण कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किये।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचौरी ने कहा कि भोपाल में अनेक शैक्षणिक संस्थाएं लाने और शहर के विकास में डॉ. शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने विभिन्न पदों पर शालीनता, ईमानदारी और विनम्रता से काम किया। उनका पूरा जीवन निष्कलंक है। इस मौके पर महापौर श्री आलोक शर्मा ने भी पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शर्मा के कार्यों को याद करते हुये कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन में उनकी महती भूमिका थी। उन्होंने कहा कि शहर के यातायात को व्यवस्थित करने के लिये विभिन्न चौराहों की रोटरी हटाने का निर्णय लिया गया था। इसलिये पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शर्मा की प्रतिमा भी उनके परिजनों से चर्चा कर दूसरी जगह प्रतिस्थापित की गई है। इस स्थान को सुंदर उद्यान के रूप में विकसित किया जायेगा। अंत में नगर-निगम के अध्यक्ष डॉ. सुरजीत सिंह चौहान ने आभार व्यक्त किया।