Home प्रादेशिक शून्य लागत प्राकृतिक कृषि पर ध्यान दें वैज्ञानिकः आचार्य देवव्रत…

शून्य लागत प्राकृतिक कृषि पर ध्यान दें वैज्ञानिकः आचार्य देवव्रत…

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राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने आज शिमला के निकट क्रैगनेंनो में डॉ. यशवंत सिंह परमार उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के अन्तर्गत कार्यरत बागवानी शोध एवं विस्तार संस्थान, मशोबरा का दौरा किया।
राज्यपाल ने प्रदर्शन उद्यान का निरीक्षण किया और सेब की विभिन्न किस्मों का जायजा लिया।
इसके पश्चात्, वह यहां स्थापित प्रयोगशाला भी गए और शोध कार्यों की जानकारी ली।
उन्होंने इस संस्थान में तैयार फूलों की विभिन्न किस्मों को देखा और वैज्ञानिकों से विचार-विमर्श किया।
आचार्य देवव्रत बागवानी शोध एवं विस्तार संस्थान, मशोबरा में सेब की फसल और पुष्पोत्पादन से प्रभावित हुए और वैज्ञानिकों द्वारा किए जा रहे शोध कार्यों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि इस केंद्र को शून्य लागत प्राकृतिक कृषि के रूप में विकसित किया जा सकता है।
क्षेत्र के बागवान और कृषक इस केंद्र पर निर्भर हैं और यहां के वैज्ञानिक उन्हें शून्य लागत प्राकृतिक कृषि की पूर्ण जानकारी देंगे, तो उसके शीघ्र ही सार्थक परिणाम सामने आएंगे।
उन्होंने कहा कि जहर मुक्त खेती को पूर्ण रूप से त्यागने की आवश्यकता है और प्राकृतिक रूप से की जाने वाली कृषि से जहां जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी, वहीं स्वास्थ्य की दृष्टि से भी उत्पाद तैयार हो सकेंगे।
इस रूप में विकसित केंद्र की ओर सभी का ध्यान ज्यादा आकर्षित होगा।
उन्होंने वैज्ञानिकों से कहा कि उनका यह दायित्व है कि वे इस दिशा में कार्य करें और शून्य लागत प्राकृतिक कृषि पर कार्य आरम्भ करें।
बागवानी शोध एवं विस्तार संस्थान, मशोबरा की निदेशक डॉ. सुष्मा भारद्वाज ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा संस्था की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।

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