शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर ओच्छघाट बाजार में एक नाबालिग लड़की का दिनदहाड़े गला रेत कर हत्या हो गई है। लड़की यहां अपनी मां छोटी बहन के साथ किराये के कमरे में रहती थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर कातिल की तलाश कर रही है। मामले में एक युवक पर संदेह जताया जा रहा है। एसपी सोलन मोहित चावला ने कहा कि पहली नजर में मामला हत्या का लगता है। पुलिस ने कमरे से दराट बरामद कर लिया है।
ओच्छघाट बाजार में स्थित एक मकान में किराये के मकान में रहने वाली कल्पना की करीब 17 वर्षीय बेटी का शव कमरे में मिला है। कल्पना एक निजी यूनिवर्सिटी में हाउस कीपिंग का काम करती है। बुधवार को जब वह यूनिवर्सिटी चली गई तो किसी ने घर पर अकेली उसकी बड़ी बेटी पर हमला कर हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार घटना दिन में 11 से डेढ़ बजे के बीच हुई है। करीब 11 बजे लड़की उसी मकान की सड़क पर स्थित दुकान से नमकीन लेकर गई थी। इसके कुछ देर करीब एक बजे उसकी अपनी मां से भी फोन पर बात हुई। इस पर उसकी मां ने एक दुकानदार को फोन कर घर में जाकर देखने को कहा। कमरे में बाहर से कुंडा लगा था।
कुंडा निकाल कर देखा तो कमरे का फर्श खून से सना हुआ था। लड़की अंदर के कमरे में पड़ी हुई थी। इस पर उन्होंने पंचायत प्रधान वेद प्रकाश बीडीसी सदस्य सोमदत्त शर्मा को सूचना दी। जन प्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंच कर पुलिस को जानकारी दी। घटना स्थल को देखकर पता चलता है कि बाहर के कमरे में बार किया गया है और फिर उसे घसीट कर अंदर के कमरे में ले जाया गया।
बाद में कमरे के बाहर से कुंडा लगाकर हत्यारा मौके से फरार हो गया। हालांकि पुलिस इस बारे में कुछ नहीं बता रही है, लेकिन उस युवक की मोबाइल फोन की लोकेशन को ट्रेस किया जा रहा है। एसपी मोहित चावला ने कहा कि लड़की के गले पर अटेक किया गया है। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य उठाए हैं। मृतक लड़की की मां के बयान लिए गए हैं।
एसपी पहुंचे मौके पर
सूचना मिलने पर एसपी मोहित चावला, एएसपी मनमोहन सिंह टीम सहित मौके पर पहुंचे। मृतक लड़की की माता कल्पना का मायका चायल के पीरन में है जबकि उसके पिता लंबे समय से उनके साथ नहीं रहते। पूछताछ पर पता चला कि नाबालिग लड़की पढ़ाई छोड़ चुकी थी। घटना के समय उसकी मां अपने काम पर और छोटी बहन स्कूल गई थी वह कमरे में अकेली थी। दिन में करीब 11 बजे वह दुकान से नमकीन लेने आई थी। दुकानदार ने इसकी तस्दीक की है। बताया जा रहा है कि उनके घर में एक युवक का आना-जाना रहता है।