चौपाल पुलिस ने 24 घंटे के अंदर शिरगुल मंदिर से चोरी की गई करोड़ों की मूर्तियों समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस को घटनास्थल से सुराग मिले थे, इसी के बूते पुलिस नेपाली मूल के दीपेंद्र उर्फ बिक्का व छत्र बहादुर शाही तक पहुंचने में सफल हो गई। इस वारदात की गुत्थी को सुलझाने की जिम्मेदारी एएसपी कुलवंत मंढोत्रा के हाथों में दी गई थी। इसके अलावा थाना प्रभारी धर्म सिंह ठाकुर ने भी वारदात को क्रैक करने में सक्रिय भूमिका निभाई है। खास बात यह रही कि मूर्तियां चोरी करने बाद भी आरोपी भागे नहीं, ताकि शक न हो। वारदात को अंजाम देने के बाद चोरों ने मूर्तियों को नजदीक के जंगल में ही छिपा दिया। वहीं इस घटना से इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं भी चल रही हैं। मूर्ति चोरों से पूछताछ करने के लिए एसपी सौम्या सांबशिवन मौके पर ही चौपाल पहुंच गई थी। एसपी ने मूर्तियों की बरामदगी समेत नेपाली मूल के दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पूछताछ के बाद ही बाकी जानकारियों का खुलासा हो पाएगा।
उल्लेखनीय है कि वीरवार की रात प्राचीन शिरगुल किला मंदिर से भगवान शिरगुल की सैंकड़ों साल पुरानी अष्टधातु की चार मूर्तियां चोरी हो गई थी। वारदात को रात 2 बजे के आसपास अंजाम दिया गया। एक अन्य जानकारी के मुताबिक चोरों ने मंदिर में रखे गए चांदी के छत्र व कैश को चोरी नहीं किया है। बहरहाल चौपाल के शिरगुल देवता मंदिर में डाका डालने वाले चोरों को पुलिस ने 24 घंटे में दबोचने में कामयाबी हासिल की है। खास बात यह है कि रोहड़ू पुलिस ने भी दोहरे हत्याकांड का सनसनीखेज मामला भी वैज्ञानिक सबूतों के आधार पर 24 से 48 घंटो के बीच ही सुलझा दिया था।