तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी और बागी नेताओं पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों का विलय हो गया. इस विलय के साथ ही पनीरसेल्वम को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है. पनीरसेल्वम ने सोमवार की शाम उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली. उन्हें वित्त मंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय सौंपा गया है.
सूत्रों के मुताबिक, पलानीस्वामी शशिकला को निकालने की घोषणा कर सकते हैं. हालांकि विलय के दौरान ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई. संभव है कि पलानीस्वामी के नेतृत्व वाला धड़ा पार्टी प्रमुख वीके शशिकला के संबंध में कुछ घोषणा करें, क्योंकि पनीरसेल्वम समूह उन्हें पार्टी से निकालने जाने पर अड़ा हुआ है.
गौरतलब है कि शशिकला जयललिता की लंबे समय तक दोस्त रहीं और उन्होंने दिसंबर में उनकी मौत के बाद पार्टी का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था. इस दौरान पनीरसेल्वम ने विद्रोह कर दिया. शशिकला की योजनाओं पर उस समय पानी फिर गया जब उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में कोर्ट द्वारा चार साल की सजा सुना दी गई. जेल जाने से पहले उन्होंने नए मुख्यमंत्री के तौर पलानीस्वामी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठा दिया था.
मुख्यमंत्री का धड़ा पहले ही 10 अगस्त के अपने प्रस्ताव में पार्टी प्रमुख के भांजे और पार्टी के उपमहासचिव टीटीवी दिनाकरण को बाहर का रास्ता दिखाकर विलय का मंच तैयार कर चुका था. उधर, दिनाकरण के नेतृत्व वाले धड़े ने इसे ड्रामा बताते हुए इसका मजाक उड़ाया है. उनके समूह का कहना है कि उनके नेता के पास विलय के संबंध में लिये जाने वाले फैसले पर ‘रोक लगाने की क्षमता है.’