मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश को कुपोषण मुक्त बनाने के मिशन से काम करें। संकल्प लें कि प्रदेश से कुपोषण के कलंक को दूर करेंगे। प्रदेश में इसके लिये संसाधनों की कोई कमी नहीं है। उपलब्ध संसाधनों के बेहतर उपयोग से लक्ष्य को हासिल करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहां न्यूट्रिशन स्मार्ट विलेज कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। प्रदेश के सभी विकासखंडों में अगले एक वर्ष में एक-एक ग्राम को न्यूट्रिशन स्मार्ट विलेज बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की विकास दर लगातार दहाई अंकों में है। कृषि विकास दर देश में सर्वाधिक है। प्रति व्यक्ति आय भी लगातार बढ़ रही है। विकास का लाभ आम आदमी तक जब तक नहीं पहुंचता तब तक विकास बेमानी है। विकास का लाभ गरीबों और बच्चों तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करना होगा। राज्य सरकार ने बच्चों के लिये कई योजनाएं बनायी हैं। मेधावी बच्चों की उच्च शिक्षा में दिक्कत नहीं आये, इसके लिये मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना बनायी है। बच्चे प्रदेश और देश का भविष्य हैं। बेहतर योजनाओं के साथ बेहतर क्रियान्वयन की आवश्यकता है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अधिकारियों से कहा कि वे अपने कार्य को मिशन मानकर काम करें। बच्चों और महिलाओं के विकास का काम पवित्र और महत्वपूर्ण है। बेहतर प्रदर्शन करने वाले अधिकारी-कर्मचारी को पुरस्कृत किया जायेगा। अपने प्रदेश को देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनाने के लिये काम करें।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने कहा कि प्रदेश के सभी 313 विकासखंडों में एक-एक न्यूट्रिशन स्मार्ट विलेज का चयन कर लिया गया है। इस बार बेहतर काम करने वालों को दीनदयाल पोषण पुरस्कार दिया जायेगा। प्रदेश की सभी आंगनबाड़ियों में पीने के पानी की व्यवस्था कर दी गई है। सभी आंगनबाड़ियों में सौर ऊर्जा से विद्युत व्यवस्था की जा रही है। आंगनबाड़ियों में सोया-दूध देने की व्यवस्था की जा रही है।
कार्यक्रम में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान जबलपुर के संचालक श्री अनुपम मिश्र ने न्यूट्रिशन स्मार्ट विलेज की परिकल्पना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सात विभागों के समन्वय से इसे क्रियान्वित किया जायेगा। मध्यप्रदेश इसे शुरु करने वाला पहला प्रदेश है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में आंगनबाड़ी हेल्प-डेस्क मोबाइल-एप का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, आयुक्त महिला सशक्तिकरण श्रीमती पुष्पलता सिंह सहित महिला एवं बाल विकास, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग के मैदानी अधिकारी उपस्थित थे।