मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने किया अमृत फार्मेसी का शुभारम्भ
आईजीएमसी में सुपरस्पेस्लिटी ब्लॉक और कैंसर टर्शरी केन्द्र की रखी आधारशिला
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज यहां केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा और स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर के साथ अमृत के अन्तर्गत सस्ती दवाईयों की दुकान का आईजीएमसी परिसर में लोकार्पण किया। इससे प्रदेश के रोगियों को 70 से 90 प्रतिशत उपदान दरों पर दवाईयां उपलब्ध होंगी, जिससे ऐसे रोगियों को भारी राहत मिलेगी, जो कैंसर, हृदय रोग व अन्य बीमारियों के उपचार के लिए मंहगी दवाईयां खरीदने में असमर्थ हैं।
इससे रोगियों को एक ही छत्त के नीचे सभी दवाईयां खरीदने की सुविधा उपलब्ध होगी और उन्हें अन्य दुकानों पर दवाईयां खरीदने के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
इन्होंने आईजीएमसी परिसर में सुपरस्पेस्लिटी खण्ड की आधारशिला रखी, जिसका चम्याणा में निर्माण किया जाएगा। यह आईजीएमसी का दूसरा परिसर होगा, जिसे 20 हेक्टेयर भूमि पर लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत से भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा 80ः20 के अन्तर्गत निर्मित किया जाएगा। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सेवा योजना के अन्तर्गत भारी खर्चे का वहन हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा।
उन्होंने आईजीएमसी में टर्शरी देखभाल कैंसर केन्द्र की भी आधारशिला रखी, जिससे कैंसर पीड़ितों को वर्तमान केन्द्र से विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होगी, जो अब टर्शरी कैंसर देखभाल केन्द्र के नाम से जाना जाएगा और जो ‘टर्शरी कैंसर देखभाल केन्द्र सुदृढ़ीकरण योजना’ के अन्तर्गत कार्य करेगा।
आईजीएमसी के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में प्रति वर्ष लगभग 5000 नए कैंसर मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत आईजीएमसी में पंजीकृत होते हैं। लगभग 100 रोगियों की प्रतिदिन रेडियो थैरेपी होती है। इसके अतिरिक्त, 50 रोगी प्रतिदिन कीमोथैरेपी लेते हैं।