शहर दो- तीन दिन से भले ही बारिश से तर हो रहा हो, लेकिन अगस्त का ही कोटा पूरा होने के लिए अभी करीब 20 सेमी बारिश की जरूरत है। सीजन का कोटा 109 सेमी भी तभी पूरा हो सकता है, जब मानसून सीजन के बाकी दिनों में 30.44 सेमी पानी बरसे।
पिछले तीन दिन की तरह रविवार दोपहर में भी शहर भीगा। अलग- अलग इलाकों में रुक- रुक कर बारिश हुई। साकेत नगर से मिसरोद तक 25 मिनट तेज पानी बरसा। इधर एमपी नगर से जेल पहाड़ी तक भी तेज बारिश हुई। शाम 5.30 बजे तक बैरागढ़ आब्जरवेटरी में सिर्फ 1 मिमी और अरेरा हिल्स स्थित मौसम केंद्र में 1.28 सेमी बारिश दर्ज की गई। बैरागढ़ में दर्ज की गई बारिश ही भोपाल जिले के रिकार्ड में दर्ज होती है।
-मौसम केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल जिले में अभी तक 53.01 सेमी बारिश हो चुकी है। अगस्त के 27 दिन में सिर्फ 9.31 सेमी पानी ही बरसा है। क्लाइमैटिक फीचर्स के लिहाज से अगस्त में रोजाना करीब 1 सेमी बारिश और महीने भर में 31 सेमी बारिश होना चाहिए।
-स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कुछ सिस्टम बनने के साथ-साथ राज्य के उत्तरी हिस्से में स्थिति ग्वालियर से होकर रीवा सीधी की एक द्रोणिका बनी हुई है। इससे ग्वालियर के साथ-साथ चंबल संभाग में आने वाले अनेक स्थानों पर भारी से भारी बारिश होने की संभावना बनी है। इन स्थानों पर अगले 48 घंटों के दौरान तेज बारिश हो सकती है।
मौसम के रूख में बदलाव के चलते प्रदेश के सागर, रीवा और होशंगाबाद संभाग के जिलों में भी कहीं-कहीं भारी वर्षा होने के आसार है। उज्जैन, शहडोल और जबलपुर जिले में भी मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। शेष संभाग के जिलों में भी अनेक स्थानों पर हल्की बारिश या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती है।
-राज्य के ग्वालियर जिले में अनेक स्थानों पर झमाझम बारिश हुई। बारिश का सिलसिला लगातार चार घंटे से ज्यादा रहा। इससे शहर जलमग्न हो गया। यहां पर इस साल काफी लंबे अंतराल के बाद बारिश हुई। गर्मी और उमस से बेहाल रहे लोगों को काफी राहत महसूस हुई।
-इसके अलावा रीवा, सीधी, सतना और गुना में भी अनेक जगहों पर बारिश होने की खबर मिली है। बड़वानी में पिछले चार दिनों से रूक-रूककर वर्षा हो रही है। शिवपुरी में लंबे अंतराल से लोग बारिश के इंतेजार में रहते है। यहां अनेक बार बदली छायी, लेकिन हवाएं उन्हें उड़ाकर ले गई। बारिश न होने की वजह से शहरवासी पानी के लिए टेंकरों के माध्यम से खरीद कर जीवन यापन कर रहे है। सतना में बिजली गिरने से छह मवेशियों सहित एक व्यक्ति की मौत हो गई।
-केन्द्र ने बताया कि राज्य में अभी कम से कम दो दिन तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रह सकता है। इन दो दिनों में बदलाव होने की उम्मीद नजर नही आ रही है। बंगाल की खाड़ी में एक दो दिन बाद एक सिस्टम बनने की संभावना है। इसके चलते दो दिनों के बाद ही मौसम का रूख परिवर्तित हो सकता है।
-प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में आने वाले अधिकांश स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई। ग्वालियर संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर और शेष संभाग के कुछ स्थानों पर बारिश दर्ज की गई। सैलाना में 16 सेमी, राजगौरा, उज्जैन, बुधनी में 7, बुरहानपुर और ग्वालियर में 6, खाचरौद, टोंकखुर्द में 5, ठीकरी, इच्छावर, तराना, आगर, बांगली और छिंदवाड़ा जिले में 4 सेमी वर्षा दर्ज की गई।