मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में तारादेवी के समीप आनन्दपुर में 40 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ की आधारशिला रखने के उपरान्त कहा कि एक्सीलेंस केन्द्र बेरोजगारों के लिए वरदान साबित होगा और उन्हें औद्योगिक घरानों की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए मंच प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि जाने-माने औद्योगिक घराने उनकी आवश्यकताओं के अनुसार बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण में सहायता करेंगे और इसके उपरान्त प्रशिक्षित युवाओं को इन्ही इकाईयों में रोजगार प्रदान किया जाएगा।
‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम की एशियन विकास बैंक द्वारा वित्तपोषित 640 करोड़ रुपये की एक महत्वकांक्षी परियोजना के अन्तर्गत खोला जाएगा। निगम ने अगले पांच वर्षों के दौरान राज्य के 65000 युवाओं को फ्लैगशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा रोजगार समर्थन का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस परियोजना का उद्देश्य राज्य के 15 से 45 आयु वर्ग के प्रत्येक युवा को सशक्त बनाना तथा कौशल उन्नयन कर आजीवन रोजगार के अवसर प्रदान करना है, ताकि हिमाचल प्रदेश तथा भारत वर्ष की आर्थिक उन्नति में योगदान के लिए राज्य में उत्पादक कार्य क्षमता को बढ़ाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार सामाजिक समानता को बढ़ावा देने तथा योजना का लाभ प्रत्येक तक सुनिश्चित बनाने के उद्देश्य को पूरा करने के लिये समाज के कमजोर वर्गों को समान अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि समानता के अवसर प्रदान करने के उपायों के अंतर्गत जाति, आर्थिक स्थिति तथा लिंग को ध्यान में रखते हुए विशेष आरक्षण अवसर प्रदान किए जाएंगे। योजना का उद्देश्य इस अनूठी पहल के माध्यम से हिमाचल प्रदेश में समुदाय का समग्र विकास सुनिश्चित बनाना है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र कम अवधि के पाठ्यक्रमों को लागू कर पॉलीटेक्निक कालेज के विद्यार्थियों की मदद करेगा तथा उनका कौशल बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा।
श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि ‘मैं चाहता हूं कि हिमाचल प्रदेश कौशल विकास में देश का आदर्श बने’।
इसके उपरान्त, ग्राम पंचायत कोट के कोट में जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोट में विज्ञान तथा वाणिज्य की कक्षाएं आरम्भ करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत कोट में माडक देवी मन्दिर के लिए 25 लाख रुपये की लागत से निर्मित उठाऊ जलापूर्ति योजना तथा 38 लाख रुपये की डोगरपुल-भाड-धनवाल-डोची उठाऊ जलापूर्ति योजना का भी लोकार्पण किया।
श्री वीरभद्र सिंह ने निगम के अन्तर्गत जुब्बड़हट्टी में खण्ड स्तरीय संसाधन केन्द्र की स्थापना करने की भी घोषणा की। उन्होंने माता तारादेवी मन्दिर में चल रहे जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया तथा कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने मन्दिर में पूजा-अर्चना व प्रार्थना की।
राज्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष एवं कौशल विकास निगम निदेशक मण्डल के निदेशक श्री विक्रमादित्य सिंह, हि.प्र. कौशल विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री राजेश शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।