सीजेएम शिमला रंजीत सिंह की अदालत में सोमवार दोपहर बाद पहले से ही रिमांड पर चल रहे सभी पुलिस कर्मियों को पेश किया गया। सीबीआई ने गुड़िया मामले से संबंधित लॉकअप हत्याकांड में इस्तेमाल पट्टों और अन्य वस्तुओं की रिकवरी के लिए पुलिस रिमांड की मांग की।जब पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से पेश किए गए वकीलों ने कहा कि पहले ही इस मामले में काफी दिनों का रिमांड लिया जा चुका है। उन्होंने अधिकारियों के रेपुटेशन का ध्यान रखने की भी बात कही।
सके बाद सीबीआई ने लॉकअप मामले से गुड़िया प्रकरण को इंटरलिंक्ड बताते हुए दोबारा से रिमांड की मांग की। करीब एक घंटे की बहस के लिए कोर्ट को थोड़े समय के लिए स्थगित कर दिया गया। बाद में अदालत ने इन आरोपियों का सात सितंबर तक का रिमांड मंजूर कर दिया।सीबीआई ने करीब पौने चार बजे आईजी जहूर एच जैदी, ठियोग के पूर्व डीएसपी मनोज जोशी, कोटखाई पुलिस थाने के पूर्व एसएचओ राजेंद्र सिंह, पुलिस स्टेशन कोटखाई के पूर्व एएसआई दीप चंद, इसी पुलिस स्टेशन में एचएचसी रहे सूरत सिंह, मोहन लाल, हेड कांस्टेबल रफीक अली और कांस्टेबल रंजीत स्ट्रेटा को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शिमला की अदालत में पेश किया।