बेंगलुरु:बड़े शहरों में किसी कामकाजी़ शख्स के लिए रोज़ ड्राइव करके अपने दफ्तर तक जाना किसी सिरदर्दी से कम नहीं. ट्रैफिक की हालत इतनी बुरी है कि आपके घंटों सड़क पर ही बीत जाते हैं. आप भले ही कितनी ही प्लानिंग के साथ जल्दी घर से निकलें रास्ते में बुरे से बुरे ट्रैफिक में फंसना तय है. और घर से भागने की इस जल्दबाज़ी में अकसर ही आप ब्रेकफास्ट छोड़ देते हैं , जो कि दिन की सही और हेल्दी शुरुआत के लिए बेहद ज़रूरी है.
ट्रैफिक तो समस्या है लेकिन साथ ही ये लोगों की हेल्थ पर भी बुरा असर डाल रहा है. लोगों में नाश्ता करके घर से न निकलने की बढ़ती आदत और घंटों सड़कों पर जाम में फंसे रहने की दिक्कत को देखते हुए बेंगलुरु के एक पेट्रोल पंप ने नायाब तरीका ढूंढ निकाला है. पेट्रोल पंप ने कुछ ऐसा किया है जिससे लोग ड्राइविंग के दौरान भूखे नहीं रहेंगे. जी हां, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के सहयोग से बेंगलुरु की ओल्ड मद्रास रोड पर स्थित वेंकटेश्वर सर्विस स्टेशन पर इसी हफ्ते से इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है. यह अपने तरह का पहला प्रोजेक्ट है जिसका मकसद ऐसे लोगों की हेल्थ का खयाल रखना है जो अपना ध्यान नहीं रख पा रहे हैं.
सर्विस स्टेशन के मालिक प्रकाश राव ने बैंगलोर मिरर को बताया, ‘चाहे किसी के पास समय हो या न हो लेकिन हर कोई अपनी गाड़ी में तेल भरवाने के लिए सर्विस स्टेशन पर जरूर रुकता है. हम उसी दौरान लोगों का पेट भरने की जुगत में लग जाते हैं. दो मिनट से भी कम समय में हम कस्टमर की इच्छा के मुताबिक उनका मनपसंद खाना पैक करके उन्हें दे देते हैं.’
आपको बता दें कि इस सर्विस स्टेशन में काफी भीड़ रहती है. यहां ढेर सारे लोग तेल भरवाने के लिए आते हैं. ऐसे में ज़ाहिर है कि पेट्रोल पंप को मुफ्त में खाना बांटने से ज़्यादा नुकसान भी उठाना पड़ेगा. लेकिन इसके बावजूद पेट्रोल पंप की तैयारी पूरी है. उनका मानना है कि ऐसा करने से आने वाले दिनों में पेट्रोल पंप में खाने की सुविधा के कॉनसेप्ट को बल मिलेगा. खास बात यह है कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन पूरे घाटे का एक तिहाई भार उठाएगा.
यह प्रोजेक्ट एक महीने तक यूं ही चलता रहेगा जिसके तहत लोगों को मुफ्त में खाना मिलेगा, लेकिन इसके बाद बेहद कम कीमत में लोगों को खाना मुहैया कराया जाएगा. गौरतलब है कि शहर के करीब 100 इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप में इस प्रोजेक्ट को शुरू करने की योजना है.