बारिश के मौसम के चलते शहर में जलभराव के साथ-साथ बुखार के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। कई मरीजों के ब्लड सैल कम होने से सिविल में दाखिल होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सिविल में अब तक डेंगू के 225 किए गए टेस्टों में से 70 डेंगू पॉजीटिव के मामले सामने आए हैं। इस बात की पुष्टि सिविल सर्जन एचएस काहलों ने करते हुए बताया कि जनता सफाई का ध्यान रखें। इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूर्ण इंतजाम किए हैं।
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सेहत विभाग चौकस हो गया है। डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें जागरुकता के साथ-साथ पानी में लारवा मिलने से लोगों के चालान भी काट रही है। शुक्रवार को सेहत विभाग की टीम ने कुछ मोहल्लों में जाकर जांच की और सात घरों से डेंगू का लारवा मिलने पर उनके चालान भी काटे हैं। इसकी पुष्टि जांच टीम की इंचार्ज डॉ. शोभना बंसल ने की है। उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन डॉ. एचएस काहलों के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग ने अब सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।
शुक्रवार को डॉ. शोभना बंसल की अध्यक्षता में विभाग की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों प्रीत नगर की गली नंबर 9 और 10, संतपुरा के कुछ क्षेत्रों के घरों में जांच की गई। कई घरों में साफ पानी एकत्रित पाया गया। सातों घरों में से एक के घर के पानी की हौदी बनाई गई थी। इसकी काफी दिन से सफाई नही हुई थी। उसमें भी डेंगू का लारवा पाया गया। इसके अलावा कई घरों में कूलर, गमलों और अन्य बर्तनो में पानी भरा होने के कारण डेंगू का लारवा मिला।
सिविलसर्जन डॉ. एचएस काहलों ने बताया कि सिविल में अब तक 225 सस्पेक्टेड मरीजों के ब्लड सैंपल की जांच की गई है। इसमें से 70 मरीज डेंगू पॉजीटिव के पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि सिविल में डेंगू के इलाज के सभी इंतजाम मुकम्मल हैं। एसएमओ डॉ. अनूप मेघ ने कहा कि सिविल अस्पताल में डेंगू के लिए पहले से ही अलग वार्ड बनाया गया है। अब मरीज आने से उसका उपयोग भी किया जा रहा है। वार्ड में डेंगू के इलाज के लिए अलग स्टाफ भी तैनात किया गया है।