गुड़िया गैंगरेप और मर्डर केस के आरोपी सूरज की लॉकअप में मौत मामले में अरेस्ट हिमाचल के आईजी जैदी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। तीन दिन का रिमांड खत्म होने पर सीबीआई ने सभी को चक्कर स्थित सीजेएम अदालत में पेश किया। सीबीआई के एएसपी आरके सेठी आरोपियों को लेकर कोर्ट पहुंचे।
सीबीआई ने एफटीए कार्ड की रिकवरी और बैंक ट्रांजेक्शन डिटेल खंगालने के लिए चार दिन का रिमांड और मांगी। सीबीआई ने कहा कि एफटीए कार्ड (मौत के बाद पुलिस ने आरोपी सूरज के ब्लड सैंपल लिए थे) को रिकवर करना है।
इस मामले में पांच आरोपियों को सीबीआई नार्को टेस्ट के लिए अहमदाबाद ले गई है। यहां गांधीनगर स्थित फॉरेंसिक लैब में आरोपियों का नार्को टेस्ट होगा। सीबीआई के मुताबिक, दो हफ्ते में रिपोर्ट जाएगी। कुछ दिन पहले स्टेट फॉरेंसिक लैब जुन्गा से आरोपियों के डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट सीबीआई को मिली थी। इसमें आरोपियों के डीएनए मैच नहीं हुए हैं। इसके बाद सीबीआई ने नार्को टेस्ट करवाने का निर्णय लिया और कोर्ट से इसकी इजाजत ली। गुड़िया गैंगरेप मामले में पुलिस की कहानी सही है या फिर रसूखदारों को बचाने के लोगों के आरोप, ये नार्को टेस्ट से साफ हो जाएगा। पुलिस ने पिकअप ड्राइवर राजेंद्र सिंह उर्फ राजू, सुभाष बिष्ट, दीपक, लोकजन, सूरज आशीष चौहान को गिरफ्तार किया था।