साल 2001 में 11 सितंबर को आतंकियों ने दो विमानों का मिसाइल की तरह उपयोग करके न्यूयार्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला किया था. दुनिया को हिला देने वाले इस आतंकवादी हमले को आज 16 साल बीत चुके हैं. इस मनहूस दिन को कभी भूला नहीं जा सकता. हालांकि तमाम नुकसान के बावजूद आतंकवाद हार गया. इस आतंकी कृत्य से जुड़े आंकड़े आज भी वह काला दिन भूलने नहीं देते.
अमेरिका में इस हमले को अंजाम देने के लिए करीब 19 आतंकवादियों ने चार विमान हाईजैक किए गए थे. दो हवाई जहाजों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर और एक पेंटागन पर गिराया गया था, जबकि चौथा शेंकविले के खेत गिरा दिया गया. इनमें से किसी भी उड़ान में कोई भी जीवित नहीं बच सका.
- हमले में 2977 लोगों की मौत हुई जिनमें से 1115 की शिनाख्त अब तक नहीं हो सकी.
- ट्विन टावर हमले में 90 से ज्यादा देशों के नागरिक मारे गए.
- हमले के बाद फायर ब्रिगेड कर्मी 100 दिन में आग पर पूरी तरह काबू पा सके थे.
- भवन का 18 लाख टन मलबा साफ करने में 75 करोड़ डॉलर खर्च हुए.
- ग्राउंड जीरो से सिर्फ 291 शव ठीक हालत में निकाले जा सके थे.
- अमेरिका की 10 अरब डॉलर की संपत्ति और इन्फ्रास्ट्रक्चर बरबाद हो गया.
- हमले से 3.2 करोड़ वर्गफुट आफिस स्पेस खत्म हो गया.
- सात दिनों में अमेरिकी कंपनियों के शेयरों के नीचे गिरने से 1.4 लाख करोड़ डॉलर डूब गए.
ऐसा था वर्ल्ड ट्रेड सेंटर
- ट्विन टावर के प्रत्येक टावर में 110 मंजिलें थीं.
- इस जुड़वां भवन का नॉर्थ टावर 1368 फुट ऊंचा और साउथ टावर 1362 फुट था.
- ट्विन टावर में 50 हजार लोग काम करते थे.
- इस भवन में 239 लिफ्ट लगी थीं.
- बेसमेंट के वॉल्ट में 3800 गोल्ड बार रखे थे जिनका वजन 12 टन और कीमत 10 करोड़ डॉलर थी.
- ट्विन टावर में 30 हजार कॉफी रोज पी जाती थीं.
- ट्विन टावर के निर्माण के दौरान 60 लोगों की मौत हुई थी
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में 19 लोगों की हत्याएं हुई थीं.
अमेरिका को इस भीषण आतंकी हमले ने गहरे जख्म दिए लेकिन यह देश जल्द ही इस त्रासदी से उबर गया.