राज्य सरकार अपने कर्मचारियों को 4 फीसदी डी.ए. के साथ इतना ही आई.आर. भी दे रही है। वित्तीय संकट से जूझ रही सरकार को इसका भुगतान करने के लिए कर्ज लेने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। सरकार की तरफ से इसके लिए 800 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया है ताकि इसका भुगतान किया जा सके। इस समय वेतन व पैंशन की अदायगी के कारण सरकार पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। इसके अनुसार वर्ष, 2015-16 में राज्य की राजस्व प्राप्तियां 23,440 करोड़ रुपए से बढ़कर 5,597 करोड़ रुपए तक पहुंच गईं। इसी साल राज्य का कुल खर्च 28,960 करोड़ रुपए तक पहुंचा जबकि राजस्व व्यय 22,303 करोड़ रुपए हो गया। वर्ष, 2011-16 के मध्य वेतन, ब्याज के भुगतान, पैंशन व उपदान पर खर्च में लगातार बढ़ौतरी हुई है। उक्त मदों पर वर्ष, 2011-12 के 11,027 करोड़ रुपए के मुकाबले वर्ष, 2015-16 में खर्च 16,511 करोड़ रुपए हुआ।
लाखों कर्मचारियों को मिला तोहफा, महंगाई भत्ते की किस्त जारी…
प्रदेश के लाखों कर्मचारियों को 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता जारी करने के शासन ने आदेश दे दिए हैं। स्वतंत्रता दिवस पर कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने की मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी। 1 जनवरी 2017 से बढ़ा हुई महंगाई भत्ता प्रभावी होगी।
अक्टूबर में मिलने वाले वेतन में कर्मचारियों को बढ़ा हुए डीए मिलेगा। बकाया एरियर का आधा हिस्सा जीपीएफ अकाउंट में जाएगा, जबकि शेष एरियर 2 प्रतिशत की दर से वेतन के साथ जारी होगा।