ऊना में पत्रकार वार्ता के दौरान सी.एम. के रिटायरमैंट वाले बयान पर उन्होंने कहा कि यह हाईकमान और उनके बीच में है। उन्होंने कहा कि यदि किसी ने रिटायर होना है तो उसे किसी से पूछने या इजाजत लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब मैं रिटायर होना चाहूंगा तो उस समय किसी से नहीं पूछूंगा, सीधी घोषणा कर दूंगा।
कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनावों की कमान के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी हाईकमान सोनिया गांधी व राहुल गांधी है। उनका हर आदेश व निर्देश मान्य होगा। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए हाईकमान की ओर से अभी किसी को भी प्रदेश का नेतृत्व सौंपा नहीं गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी सुशील कुमार शिंदे भी इस बात को साफ कर चुके हैं और कई बार इस पर बोल भी चुके है, ऐसे में कोई संदेह नहीं रहना चाहिए।
प्रदेश में सरकार व संगठन के बीच दूरियों व मनमुटाव से दिल दुखता है। ऐसा नहीं होना चाहिए इससे नुक्सान होता है। उन्होंने कहा कि नेताओं को भी अपनी जुबान पर चुप्पी साधनी चाहिए तथा ऐसा नहीं बोलना चाहिए ताकि कभी वे मिलें तो नजरें व सिर न झुकाना पड़े। उन्होंने कहा कि मैं सोनिया गाांधी के आशीर्वाद से वीरभद्र कैबिनेट में मंत्री हूं। अगर सी.एम. साहिब को मेरा काम ठीक नहीं लगता तो वह अपने विवेक से फैसला लें।