जिला ऊना में किसी भी सरकारी एजेंसी द्वारा निर्मित किए जाने वाला यह पहला हेलीपैड होगा जिसकी लागत लगभग 2.20 करोड़ रुपये होगी । उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने रविवार को पालकवाह में इस हेलीपैड के निर्माण कार्य का नींव पत्थर रखा।
उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि संस्थान का सीधा लाभ समाज के गरीब, मनरेगा कामगारों, सड़क व भवन निर्माण में कार्य करने वाले मजदूरों व कामगारों के आश्रितों को मिलेगा। कोर्स के आधार पर प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हे प्रमाणपत्र वितरित किए जाएंगे। अगले वर्ष से यह संस्थान पूरी तरह से कार्यशील हो जाएगा।
तीन सौ प्रशिक्षणार्थियों को संस्थान में छात्रावास की सुविधा भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि पालकवाह में लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से पीएचसी भवन का निर्माण किया गया है। स्कूल का दर्जा बढ़ाकर जमा दो जबकि लगभग तीन करोड़ रुपये से स्कूल के भवन का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरोली विस क्षेत्र में विकास एवं गरीब कल्याण के एजेंडे पर कार्य किया जा रहा है।
जनसमूह को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि हेलीपैड का नामकरण महाराणा प्रताप के नाम पर किया जाएगा। हेलीपैड के अलावा पालकवाह में लगभग 25 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश का पहला कौशल विकास प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया गया है। संस्थान में प्रतिवर्ष दो माह से लेकर दो वर्ष की अवधि के कौशल विकास से जुड़े कम अवधि के कोर्स करवाए जाएंगे जिनमें पलं¨बग, मोबाइल रिपेयर, टू या फोर व्हीलर रिपेयर, ब्यूटी पार्लर, वे¨ल्डग, ¨प्र¨टग, ड्राइ¨वग, फोटोग्राफी, मोटर बांइ¨डग, फैशन डिजाइ¨नग आदि के कोर्स शामिल हैं।