ऊना: अक्सर देखा गया है कि हिमाचल प्रदेश के धार्मिक शक्तिपीठों पर बाहरी राज्यों के श्रद्धालु काफी संख्या में आते हैं। ऊना जिला की बात करें तो यहां हर वर्ष अधिकांश श्रद्धालु सार्वजनिक वाहनों को छोड़कर टै्रक्टर-ट्राली, जीप, ट्रकों पर सफर कर मंदिर पहुंचते हैं जोकि मूल रूप से माल ढोने के काम आते हैं। श्रद्धालु इन वाहनों में सफर कर ट्रैफिक नियमों का तो उल्लंघन करते ही हैं साथ में अपनी जान को भी जोखिम में डालते हैं, जिससे हर वर्ष कई लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं तो कई लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। मालवाहक वाहनों के चालक भी थोड़े पैसों की चमक में लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ करने से नहीं चूकते।
5 सितम्बर को भी ऊना जिला के नैहरियां में एक श्रद्धालुओं से भरा टैम्पो बीच सड़क पर पलट गया था। इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 54 लोग घायल हो गए थे। प्रशासन ने ऐसी दुर्घटनाओं को देखते हुए मालवाहक वाहनों में श्रद्धालुओं को लाने पर रोक लगा दी है। प्रशासन का कहना है कि ऐसे वाहनों को अब ऊना बॉर्डर के अंदर घुसने नहीं दिया जाएगा।