ऊना : प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ ऊना ने ड्रेस कोड के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है। संघ ने सरकार से फैसले को निजता का हनन करार दिया है। संघ के जिला प्रधान संजीव ठाकुर व प्रेस सचिव किशोरी लाल शर्मा का कहना है कि प्रदेश सरकार ड्रेस कोड परिभाषित करें। शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों को ड्रेस कोड के आदेश जारी किए गए हैं। ड्रेस कोड को लेकर कई भ्रांतियां हैं। ऐसे शिक्षकों को इस बात को लेकर परेशानी है कि कौन सी ड्रेस पहनकर आएं। उन्होंने कहा कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने निजता को मौलिक अधिकार का दर्जा देने के आदेश जारी किए हैं। निजता को मौलिक अधिकार मिलने पर भी सरकार ने कर्मचारियों के ड्रेस कोड तय करने का निर्णय लिया है, जोकि आदेशों का हनन है। इससे कर्मचारियों के हितों को दबाने का प्रयास हो रहा है। संघ का कहना है कि सरकार इस फैसले पर फिर विचार करे। यदि ड्रेस कोड को लागू करना है तो इसे पूरी तरह से स्पष्ट किया जाए। बेहतर यह है कि सरकार मौलिक अधिकार के तहत इस फैसले को वापस लें और कर्मचारियों पर इस तरह के निर्णय न थोपे।