राजस्थान स्थित अलवर के फलाहारी बाबा उर्फ कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य महाराज को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. उन्हें निजी अस्पताल से सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया गया है. इससे पहले पीड़िता ने कहा था कि उसे अलवर पुलिस की ओर से फोन आया है कि एक ही दिन में थाने बुलाया गया है. पीड़िता ने कहा कि उसे डर लग रहा है कि क्योंकि मामला बहुत पेचीदा और गंभीर है. पीड़िता ने कहा- मुझे न्याय प्रणाली से यही आशा है कि मेरे मामले को गंभीरता से लिया जाएगा और मुझे न्याय मिलेगा. मैं ये भी चाहती हूं कि मुझे न्याय मिले और जो मेरे साथ हुआ है वो किसी और लड़की के साथ ना हो.’ ‘मुझे बाबा से जान को खतरा है.’
आरोपी फलाहारी बाबा को इस बात का पता चला कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में उनके खिलाफ पीड़िता की ओर से मामला दर्ज कराया गया है वह तुरंत ही अस्पताल में भर्ती हो गए थे और आईसीयू में होने की वजह से उनका बयान नहीं लिया जा सका.
बाबा 77 साल के कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य फलाहारी महाराज पर दुष्कर्म का आरोप लगा है. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली 21 साल की एक लड़की ने कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य पर बिलासपुर थाने में ही ज़ीरो एफआईआर दर्ज करवाया. पीड़िता के बयान के बाद केस डायरी अलवर थाने में भिजवा दी गई है. अब अलवर पुलिस ने तथाकथित बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. आरोपी बाबा के कई बड़े नेताओं से संपर्क थे. वह सिर्फ फल ही खाते हैं इसलिए उनका नाम फलाहारी बाबा पड़ा.
महिला कानून की पढ़ाई करने के बाद इंटर्नशिप कर रही थी. वह कुछ रुपये दान 7 अगस्त को आश्रम गई जहां कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया.बिलासपुर की डीएसपी अर्चना सिंह ने बताया कि लड़की का परिवार बाबा के शिष्य हैं. उन्होंने ही बाबा से मिलने को कहा था. जब वह बाबा से मिली तो उन्होंने कहा कि प्रतीक्षा करें. इसके बाद लड़की से बलात्कार किया और धमकी दी. जब उसके माता-पिता आए तो उसने पूरे मामले की सचूना दी और मामला दर्ज किया गया.