भोपाल: मदरसों में राष्ट्रगान और तिरंगा फहराने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यूपी के बाद अब मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री विजय शाह ने भी कहा है कि मदरसों में रोज तिरंगा फहराया जाए और राष्ट्रगान होना चाहिए। उन्होंने शनिवार को कहा, ‘जैसे स्कूलों में रोज तिरंगा फहराया जाता है, मेरी गुजारिश है कि सारे मदरसों में रोज तिरंगा फहराया जाए और राष्ट्रगान हो। मैं समझता हूं कि इस पर किसी को आपत्ति भी नहीं होनी चाहिए।’
इससे पहले उत्तर प्रदेश मदरसा एजुकेशन बोर्ड ने राज्य के सभी मदरसों को 15 अगस्त के दिन आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की विडियो रिकॉर्डिंग करने का आदेश दिया था। बोर्ड ने ये भी कहा था कि स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान अनिवार्य होगा और तिरंगा फहराना होगा। सरकार के इस आदेश पर विवाद शुरू हो गया था। बरेलवी मसलक से जुड़े करीब 150 मदरसों ने घोषणा की थी कि वे सरकार के आदेश के खिलाफ स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान नहीं गाएंगे और ना ही समारोह की विडियोग्रफी होगी।
जमात के महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा था कि जश्न-ए-आजादी को धूमधाम से मनाया जाएगा। मदरसों में तिरंगा फहराया जाएगा, मिठाई बांटी जाएगी और आजादी की लड़ाई में कुर्बानी देने वालों को खिराज-ए-अकीदत पेश की जाएगी लेकिन राष्ट्रगान गाने और समारोह की विडियोग्रफी कराने जैसा कोई भी ‘गैरशरई’ काम नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि जन-गण-मन में ‘अधिनायक’ शब्द गैरशरई है। यह वर्ष 1911 में अंग्रेजों की शान में पढ़ा गया कसीदा है, लिहाजा इसे गाना शरई लिहाज से दुरुस्त नहीं है। एएनआई के इनपुट के साथ