ऊना: रोगी कल्याण समिति की समीक्षा बैठक हुई। अध्यक्षता उपायुक्त विकास लाबरू ने की। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए कुल प्रस्तावित बजट 3 करोड़ 31 लाख 5 हजार 652 रुपये का रखा गया है। इसमें से विभिन्न स्कीमों के तहत 1 करोड़ 35 लाख 67 हजार 930 रुपये व्यय किए जा चुके हैं। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान अप्रैल से 31 अगस्त तक मरम्मत व भवन निर्माण के लिए एससीएसपी स्कीम के तहत 1 लाख 37 हजार 652 रुपये की धनराशि अनुमोदित की गई है। वित्त वर्ष 2016-17 में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत 98 लाख 74 हजार 379 रुपये खर्च किए गए तथा इसी स्कीम के तहत चालू वित्त वर्ष में अप्रैल, 2017 से 31 अगस्त, 2017 तक 57 लाख 71 हजार 429 रुपये की धनराशि खर्च की जा चुकी है।
उपायुक्त ने बताया कि सामग्री एवं आपूर्ति स्कीम के तहत बल्ड बैंक, लैब, दंत, एक्स-रे एवं अन्य सामान्य आपूर्ति के लिए पिछले वित्त वर्ष में कुल धनराशि 60 लाख, 2 हजार 785 रुपये तथा चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से 31 अगस्त,2017 तक 37 लाख 94 हजार 829 रुपये की धनराशि व्यय की चुकी है। इसके अतिरिक्त वित्त वर्ष 2016-17 में आरएसवीके रोगियों की दवाओं के लिए 13 लाख 39 हजार 429 रुपये व चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से 31 अगस्त 2017 तक 9 लाख, 97 हजार, 962 रुपये की धनराशि इसी स्कीम के तहत खर्च की जा चुकी है।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के सभी वार्डो व अस्पताल के परिसर में सफाई का विशेष ध्यान रखें ताकि रोगियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इसके अतिरिक्त टेस्ट व एक्स-रे मशीनों का भी सही रखरखाव व उनकी समय-समय पर मरम्मत करवाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रकाश दड़ोच, रोगी कल्याण समिति के सदस्य सचिव व जिला के विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।