प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर शहर में तीन अक्टूबर को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा के हवाले से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, एम्स बिलासपुर स्वास्थ्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की उपलब्धियों की सूची में एक और मील का पत्थर है। मंत्री ने कहा कि एम्स बिलासपुर न केवल हिमाचल प्रदेश की विशाल आबादी बल्कि अन्य उत्तरी राज्यों के लोगों के लिए भी आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा।
पीएमओ से मिली जानकारी के मुताबिक कल प्रधानमंत्री तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) का नया कॉरपोरेट कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि इसका नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऊर्जा भवन रखा गया है। पहले इसका नाम राजीव गांधी ऊर्जा भवन था। भव्य हरित इमारत पर 600 करोड़ रुपये का खर्च आया है। यह भवन एक साल पहले बना और यह देश की सबसे बड़ी तेल एवं गैस उत्पादक ओएनजीसी और उसकी विदेश इकाई ओएनजीसी विदेश लि. का कॉरपारेट कार्यालय है। कंपनी सूत्रों ने बताया कि मोदी कल शाम संघ विचारक दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण करेंगे और ओएनजीसी के कर्मचारियों को संबोधित करेंगे।
सरकार का संघ परिवार के विचारक का जन्म शताब्दी समारोह कार्यक्रम 25 सितंबर को समाप्त हो रहा है। ओएनजीसी वसंत कुंज स्थित इस नये दफ्तर में पिछले साल गयी और प्रतिमा पिछले सप्ताह परिसर में लगायी गयी। ओएनजीसी ने फरवरी में कहा था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने 20 अगस्त, 2007 को राजीव गांधी ऊर्जा भवन की आधारशिला रखी थी। 20 अगस्त पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी की जयंती है। लेकिन अक्तूबर 2016 में इमारत का नाम बदल दिया गया। कंपनी ने कहा था कि चेयरमैन और प्रबंध निदेशक दिनेश के सर्राफ की अध्यक्षता में कार्यकारी समिति का मानना है कि इस साल पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जयंती वर्ष है। यह महान दार्शनिक को एक सम्मान होगा। इस वजह से इमारत का नाम बदला गया।