खेल मंत्रालय ने महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु के नाम का प्रस्ताव पद्म भूषण सम्मान के लिए किया है. यह देश का तीसरा सबड़े बड़ा नागरिक सम्मान है. ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली सिंधु ने लगातार कई खिताब अपने नाम किए हैं. 2016 में चाइना ओपन और फिर इसी साल इंडिया ओपन के बाद पिछले दिनों कोरिया ओपन खिताब, सिंधु के तीनों ही खिताब ओलिंपिक रजत पदक के बाद आए हैं. पीवी सिंधु हालांकि जापान ओपन सुपर सीरीज के दूसरे दौर में हारने के बाद इस टूर्नामेंट से बाहर हो गईं. सुपर सीरीज के अलावा सिंधु के अहम पदकों पर नजर डालें तो रियो में ऐतिहासिक रजत पदक के बाद उन्होंने ग्लासगो वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत जीता.
बीसीसीआई ने भी इस साल महेंद्र सिंह धोनी का नाम पद्म भूषण सम्मान के लिए प्रस्तावित किया है. धोनी दुनिया के इकलौते कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी की सभी ट्रॉफियों पर कब्जा जमाया है. साल 2007 में उनकी कप्तानी में टीम इंडिया टी-20 वर्ल्डकप चैंपियन बनी थी. वर्ष 2011 में भारतीय टीम ने 28 साल बाद वनडे वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था. इसके बाद धोनी की ही कप्तानी में भारत चैंपियंस ट्रॉफी का सरताज बना था.
पीवी सिंधु 2014 और 2013 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी थीं. 2014 में एशियन और कॉमनवेल्थ खेलों में भी सिंधु के नाम कांस्य पदक हैं.