ऊना में हिमाचल कांग्रेस प्रभारी सुशील शिंदे के पहले आगमन में सदर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आपस में उलझ गए। ऊना में आयोजित जनसभा में टिकट के चाहवानों ने शक्ति प्रदर्शन कर अपनी ताकत का अहसास करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जिस पर प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खू को कार्रवाई तक को चेताना पड़ा।
सुशील शिंदे ने कहा कि पार्टी का लक्ष्य सत्ता प्राप्ति है। संगठन और सरकार में चल रही खींचतान अब बीती बात हो गई है, प्रमुख नेताओं को आपसी नाराजगी को लेकर बयानबाजी न करने को लेकर चेताया गया है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह एक अनुभवी नेता और कांग्रेस पार्टी की अहम कड़ी है। कभी-कभार वीरभद्र सिंह को गुस्सा आता है, पर वह उतने ही सरल आदमी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने चुनाव को लेकर आंतरिक सर्वे करवाया है, जिसमें पूर्ण बहुमत से दल दोबारा सरकार बना रहा है।
टिकट को लेकर कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन करना सही है, पर सभी का उद्देश्य चुनाव में जीत दर्ज करना है। पार्टी छोड़ चुके कई नेताओं को दोबारा शामिल करने के लिए संगठन से चर्चा के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। उधर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खु ने कहा कि नारों से टिकट नहीं मिलते हैं। वह पिछले तीस सालों से नारेबाजी सुन रहे हैं। पार्टी को जीत दिलाने की क्षमता रखने वाले प्रत्याशी को हाईकमान टिकट देगा।