भोपाल: दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा से मुलाकात कर एआईसीसी को 6 महीने के लिए अलविदा कह दिया। जानकारी के अनुसार राजनीति से ब्रेक लेकर दिग्विजय सिंह नर्मदा यात्रा पर निकल रहे हैं। हालांकि वे पार्टी महासचिव बने रहेंगे, लेकिन किसी राज्य का प्रभार उनके पास नहीं होगा।
कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता केके मिश्रा ने बताया कि दिग्विजय सिंह नर्मदा परिक्रमा का शुभारंभ 30 सितम्बर से करेंगे। वे 30 सितम्बर को सुबह सड़क मार्ग से कार से झोतेश्वर से नरसिंहपुर के बरमान खुर्द घाट के लिए रवना होंगे। करीब 11 बजे नर्मदा नदी के दक्षिण तट पर स्थित बरमान खुर्द घाट पर मां नर्मदा की विधिविधान से पूजा करने के बाद दोपहर 3 बजे के बाद बरमान घाट से नर्मदा की पैदल परिक्रमा शुरू करेंगे।3300 किलोमीटर की नर्मदा परिक्रमा पूरी करने में दिग्विजय सिंह को 6 महीने का वक्त लगेगा। दिग्विजय इस यात्रा को पूरी तरह से आध्यात्मिक यात्रा बता रहे हैं। दिग्विजय सिंह भले ही अपनी यात्रा को राजनीतिक मकसद से परे बता रहे हों, लेकिन मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले उनकी यात्रा ने राज्य में सियासी सुगबुगाहट पैदा कर दी है। नर्मदा के किनारे अपनी 3300 किलोमीटर की यात्रा के दौरान वे मध्य प्रदेश की 110 विधानसभा सीटों और गुजरात की 20 विधानसभा सीटों से गुजरेंगे।
नर्मदा परिक्रमा के दूसरे दिन दिग्विजय सिंह 1 अक्टूबर को नरसिंहपुर के बरिया घाट से फिर परिक्रमा आरंभ कर अंडिया घाट पर स्थित राम मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। अंडिया घाट से चलकर लिंगा घाट पहुंचकर भोजन और विश्राम कर शाम को लिंगा घाट से चलकर कोठिया घाट पहुचेंगे और रात्रि विश्राम यहीं करेंगे। परिक्रमा के तीसरे 2 अक्टूबर को कोठिया घाट से चलकर बिछुआ में दोपहर का भोजन करेंगे और दोपहर बाद बिछुआ से नरवारा, खेड़ा खकरिया होते हुए भटेरा घाट पहुचेंगे। भटेरा घाट में रात्रि विश्राम करेंगे।