राज्यपाल आचार्य देवव्रत को आज राजभवन में श्री सुशान्त देशटा ने अपनी पुस्तक ‘सर्वोदयः जाति-आधारित आरक्षण का विकल्प’, गांधीवादी दृष्टिकोण में अध्ययन प्रस्तुत की।
जिला शिमला से संबंधित लेखक ने सर्वोदय के गांधीवादी विचारों का परीक्षण तथा समानतावादी समाज की प्रगति में बाधा डालने वाले जाति विभाजन के खतरे के साथ जाति एवं जाति-आधारित आरक्षणों को उसके ऐतिहासिक दृष्टिकोण तथा वर्तमान परिस्थितियों के मुद्दे को प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। लेखक ने पुस्तक में सामाजिक न्याय को प्राप्त करने के लिए जाति-आधारित आरक्षण प्रणाली के विकल्प के रूप में सर्वोदय के प्रभावी कार्यान्वयन को उल्लेखित किया है।
राज्यपाल ने लेखक के प्रयासों की सराहना करते हुए आशा जताई कि यह पुस्तक इस क्षेत्र में विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं, शिक्षकों तथा विशेषज्ञों के लिए लाभादायक साबित होगी।