आंवला गुणों का भंडार है जो आसानी से उपलब्ध होता है। इसके चमत्कारी गुणों के कारण इसे अमृत फल भी कहा जाता है। इसके अनेकों औषधीय लाभ भी हैं. आंवला एक पौष्टिक फल है जिसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसकी खास बात यह है कि इसमें मौजूद विटामिन गर्म करने और सुखाने से भी खत्म नहीं होता। आंवला गुणों का भंडार है जो आसानी से उपलब्ध होता है। इसके चमत्कारी गुणों के कारण इसे अमृत फल भी कहा जाता है। इसके अनेकों औषधीय लाभ भी हैं।
बाल केरोटीन प्रोटीन से बना होता है, यह बालों को सुंदर, मजबूत और घना बनाता है। यह प्रोटीन आंवले में पाया जाता है। इसलिए अपने आहार में आंवले को शामिल करें। आंवला से बालों का विकास भी होता है, यह प्राकृतिक कंडीशनर के तौर पर भी काम करता है। आंवला बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है, और उनके प्राकृतिक रंग और चमक को बनाए रखता है।
लीवर को कोलेस्ट्रॉल का मुख्य स्रोत माना जाता है और शरीर में उपयोग न होने वाला कोलेस्ट्रॉल खून की नलिकाओं में जम जाता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। आंवले में मौजूद विटामिन ‘सी’ इस कॉलेस्ट्रॉल को खून की नलिकाओं से घुलाने में मदद करता है जिससे शरीलर का ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है।
आंखों की समस्याओं को दूर करने के लिए आंवले का प्रयोग करना चाहिए, आंवले के नियमित सेवन से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है। प्रतिदिन एक बड़ा चम्मच आंवले का रस शहद के साथ मिलाकर चाटने से मोतियाबिन्द में लाभ होता है। आंखों की खुजली, लालिमा और लगातर पानी निकलने में भी यह फायदेमंद साबित होता है।
शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होने आप तमाम बीमारियों से बच सकते हैं, और आंवले में इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने की अद्भुत क्षमता होती है। आंवले के नियमित इस्तेमाल से आप अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों के लिए आंवला बहुत फायदेमंद होता है। यदि आप डायबिटीज से परेशान है तो आंवले के गुणकारी एंटीऑक्सीडेंट्स पर विश्वास कर सकते हैं। डायबिटीज होने पर हल्दी के चूर्ण के साथ आंवले का सेवन करें, इससे फायदा होगा। या फिर आंवला, जामुन और करेले का पाउडर एक चम्मच प्रतिदिन दोनों समय लें। इससे भी डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
आंवला दिल की सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। इसलिए दिल को सेहतमंद रखने के लिए रोज आंवला खाने की आदत डालें। इससे दिल की मांसपेशियां मजबूत होंगी और शरीर में रक्त संचार अच्छे से होगा। दिल के मरीज मुरब्बा भी खा सकते हैं।
आंवला अपने एंटीबैक्टीरियल और एस्ट्रिजेंट गुणों के कारण संक्रमण से शरीर को बचाता है। चूंकि यह शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है जो बीमारियों और संक्रमण से हमारी सुरक्षा करता है। विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत होने की वजह से यह शरीर से सभी टॉक्सिन्स को बाहर निकाल देता है।
आधुनिक जीवनशैली की एक और देन है एसिडिटी और इस समस्या से शायद हममें से सभी कभी-कभी शिकार हुए हैं। एसिडिटी होने पर एक ग्राम आंवले का पावडर दूध या पानी में शक्कर के साथ मिलाकर दोनों समय पीने से लाभ मिलता है।
आंवला खांसी में भी फायदेमंद होता है। खांसी आने पर दिन में तीन बार आंवले का मुरब्बा गाय के दूध के साथ खाएं। अगर ज्यादा तेज खांसी आ रही हो तो आंवले को शहद में मिलाकर खाने से खांसी ठीक हो जाती है। यह बलगम में भी फायदेमंद है।
आंवला खाने से लीवर को शक्ति मिलती है, जिससे हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थ आसानी से बाहर निकलते हैं। पीलिया होने पर एक गिलास गन्ने के रस में तीन बड़े चम्मच आंवले का रस और तीन चम्मच शहद मिला कर दिन में दो बार लेने से फायदा होता है।