भोपाल: पूर्व जनसंपर्क मिनिस्टर लक्ष्मीकांत शर्मा के रिलेटिव 30 साल के विभोर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। इसके पहले उसने फेसबुक से फोटो डिलीट कर दिए, लेकिन उसने अकांउट डिलीट नहीं किया था। पुलिस को उसके जेब में कुछ रुपए और मोबाइल फोन मिला। वो डबल बेड पर कुर्सी रखकर फंदा लगा लिया।
पेटर्न लॉक होने के कारण पुलिस मोबाइल फोन ओपन नहीं कर पाई। पिता ने किसी पर भी संदेह नहीं जताया है। बुधवार दोपहर पोस्टमाटर्म के बाद डेड बॉडी लेकर सिरोंज रवाना हो गए। सूचना मिलने के बाद शर्मा भी मर्चूरी पहुंच गए। उन्होंने बताया कि विभोर उनका रिलेटिव है।
पिता के मुताबिक उन्हें कभी भी ऐसा नहीं लगा कि वह परेशान है या कुछ और करने की कोशिश कर रहा है। हमें विश्वास ही नहीं हो रहा है कि वह ऐसा कर सकता है।
पिता के मुताबिक उन्हें कभी भी ऐसा नहीं लगा कि वह परेशान है या कुछ और करने की कोशिश कर रहा है। हमें विश्वास ही नहीं हो रहा है कि वह ऐसा कर सकता है।
एसआई के मुताबिक गोपेश कुर्मी को करीब 3 महीने पहले ही विभोर ने नौकरी पर रखा था। वह होटल से खाना लाने का काम करता था।गोपेश ने पुलिस को बताया कि मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे उसने होटल से खाना लाकर विभोर को दिया था। खाना खाने के बाद उन्होंने उसे बाहर भेज दिया था। शाम करीब 6 बजे वह घर पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। उसे लगा की विभोर भैय्या सो रहे हैं। वह चला गया।
साढ़े 7 बजे लौटने पर भी दरवाजा बंद मिला। इसके बाद वह लॉन में साढ़े 10 बजे तक उनके उठने का इंतजार करता रहा। उनके नहीं उठने पर उसने घटना की सूचना पुलिस को दी।
साढ़े 7 बजे लौटने पर भी दरवाजा बंद मिला। इसके बाद वह लॉन में साढ़े 10 बजे तक उनके उठने का इंतजार करता रहा। उनके नहीं उठने पर उसने घटना की सूचना पुलिस को दी।
विभोर करीब 3 साल से पूर्व एमएलए गिरजाशंकर शर्मा के रिवेयरा टॉउन स्थित बंगले में रह रहा था। इसी के पास से लक्ष्मीकांत का बंगला भी है। विभोर दूरदर्शन में मेक इन इंडिया कार्यक्रम में काम करते थे। उससे पहले वह माखनलाल चतुर्वेदी विवि में नौकरी करता था, लेकिन व्यापमं घोटाले में लक्ष्मीकांत का नाम आने के बाद उसने नौकरी छोड़ दी थी। कांग्रेस ने उसका नाम उछाला था। विभोर ने दो दिन पहले पापा को फोन कर कहा था कि उसकी तबीयत खराब है। पापा ने उसे डॉक्टर को दिखाने को कहा था। इस पर उसने पापा से कहा था कि डॉक्टर को दिखा दिया है। अब वह ठीक हो रहा है।