अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेटर सुषमा वर्मा अब पुलिस विभाग में सेवाएं देंगी। बुधवार को कैबिनेट में सरकार ने उन्हें डीएसपी बनाने पर मुहर लगाई। सुषमा मूल रूप से शिमला ग्रामीण की सुन्नी तहसील के गढेरी गांव की रहने वाली हैं। वह महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में खेलने वाली हिमाचल की एकमात्र खिलाड़ी रही हैं।
सरकार ने तीन प्रतिशत खेल कोटे के तहत उन्हें नौकरी दी है। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अब पुलिस विभाग सुषमा को डीएसपी बनाने की औपचारिकताएं जल्द पूरी करेगा, ताकि वह ज्वाइनिंग दे सके। दो साल ट्रेनिंग करने के बाद उनकी सेवाएं नियमित होगी।विश्व कप में खेलने के बाद सरकार ने उन्हें डीएसपी पद का ऑफर दिया था। खुद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने निजी आवास हॉलीलॉज में उनको नौकरी का ऑफर दिया था। ऑफर देने के बाद सरकार उनको डीएसपी बनाने का वादा भूल गई थी। नौकरी के लिए कैबिनेट की मंजूरी जरूरी होती है, जो कि मिल नहीं पाई थी। अगले ही दिन लोक सेवा आयोग और गृह विभाग ने सुषमा की नौकरी को लेकर तमाम औपचारिकताएं पूरी की और बुधवार को इस मामले को मंजूरी के लिए कैबिनेट में रखा। कैबिनेट मंजूरी के बाद अब सुषमा का पुलिस विभाग में नौकरी करने का सपना जल्द साकार होने वाला है। उनकी नौकरी को लेकर लोक सेवा आयोग, गृह विभाग से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।