विजयादशमी पर्व पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह शस्त्र-पूजन कर पथंसचलन किया. शहर के त्रिलंगा इलाके में राजीव गांधी स्कूल परिसर में भी संघ कार्यकर्ता एकत्रित हुए और शस्त्र पूजन के बाद क्षेत्र में पथसंचलन निकाला.
इस दौरान संघ कार्यकर्ता अपनी हाथों में दंड और भवानी (तलवार) लिए हुए थें. विभिन्न मार्गों से निकला संघ का पथसंचलन वापस स्कूल परिसर पहुंचा और कार्यक्रम का समापन हुआ आज से 92 साल पहले 1925 में दशहरे के ही दिन, तत्कालीन सर संघचालक डाक्टर बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी. आज आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा सामाजिक और हिन्दूवादी संगठन बन गया है.संघ ने राजधानी में आज दशहरे से लेकर 2 अक्टूबर तक यानि तीन दिन तक शस्त्र-पूजन और पथसंचलन का कार्यक्रम करने की तैयारी कर रखी है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 27 सितंबर 1925 को दशहरे के दिन मोहिते के बाड़े नामक स्थान पर डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार ने की थी. संघ के 5 स्वयंसेवकों के साथ शुरू हुई विश्व की पहली शाखा आज 50 हजार से अधिक शाखाओ में बदल गई और ये 5 स्वयंसेवक आज करोड़ों स्वयंसेवकों के रूप में हैं. संघ की विचारधारा में राष्ट्रवाद, हिंदुत्व, हिंदू राष्ट्र, राम जन्मभूमि, अखंड भारत, समान नागरिक संहिता जैसे विषय हैं.