मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज कांगड़ा जिला के जयसिंहपुर निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आलमपुर में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए भाजपा पर प्रहार किया कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में 60 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा तो कर रही है, लेकिन भाजपा नेता भूल गए है कि जब उनकी सरकार सत्ता में थी तो हर मोर्चे पर विफल रही।
उन्होंने कहा कि व्यापारी वर्ग जो किसी समय भाजपा का कट्टर समर्थक हुआ करता था, आज जीएसटी थोपे जाने के कारण एनडीए सरकार से पूरी तरह निराश है। सकल घरेलू उत्पाद में दो प्रतिशत गिरावट की खबरें आज मीडिया की सुर्खियां बन रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा एक विभाजित घर है और जसवां-परागपुर में भी भाजपा में टिकट के कई दावेदार हैं। इसकी ठीक विपरीत, कांग्रेस पार्टी संगठित व अनुशासित है और आगामी चुनावों में जबरदस्त जीत हासिल करेगी। वर्तमान कांग्रेस सरकार ने प्रदेश का चहुमुखी विकास किया है और संकीर्ण राजनीति से उठकर सभी वर्गों का कल्याण सुनिश्चित बनाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार ने अनेक मील पत्थर स्थापित किए हैं। भाजपा 56 कॉलेज और अनेकों स्कूल खोले जाने पर उनकी आलोचना करती है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश के युवाओं को बेहतर शिक्षा की सुविधा प्रदान करने के प्रयासों को लेकर उनकी मानसिकता अत्यन्त संकीर्ण है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नए विकास कार्यों के शिलान्यास के लिए धन नहीं होने का भ्रम फैला रही है। वास्तविकता यह है कि आज जिन विकास कार्यों के शिलान्यास किए गए, उन्हें पूरा करने के लिए सरकार के पास पर्याप्त बजट का प्रावधान है। उन्होंने सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए कि जिन विकास कार्यों की आधारशिला रखी गई है उन्हें निर्धारित समय अवधि में पूरा किया जाएग।
श्री वीरभद्र सिंह ने आलमपुर में खण्ड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी (बीपीईओ) का कार्यालय और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के अतिरिक्त स्कूल भवन निर्माण की घोषणा की।
उन्होंने लाहडू पशु औषद्यालय को पशु अस्पताल के रूप में स्तरोन्नत करने, पंचरूखी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने व जगरूप नगर में लोक निर्माण विभाग का विश्राम गृह बनाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने 90 लाख रुपये की लागत से करोंथी-लियूंडा-मशवाड़-झण्डेड़ा, 2.8 करोड़ रुपये की लागत से सकोह-लियूंडा, 2.42 करोड़ रुपये की लागत से जगरूप नगर, 73.32 लाख रुपये की लागत से बनने वाली सुगड़ी-दा-बाग उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजनाओं की आधारशिलाएं रखीं।
उन्होंने पंचरूखी-पाहड़ा सड़क और आरंद गांव के लिए सम्पर्क मार्ग, 2.17 करोड़ रुपये की लागत से टम्बर सिंचाई योजना का शिलान्यास किया। उन्होंने करोद, मछूई व नाडली उठाऊ पेयजल योजनाआें के सुधार कार्य का शिलान्यास किया जिस पर 2.67 करोड़ रुपये व्यय होंगे। उन्होंने न्यूहल से ग्राम पंचायत भरवाणा, बीयाड़ा और आगोजर सिंचाई योजना की आधारशिला रखी जिस पर 2.51 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके अलावा इन्दल नगर, रोपड़ी, डेहरू, उमर व गडियारा पेयजल योजनाओं का भी शिलान्यास किया गया।
उन्होंने 84.57 लाख की लागत से तैयार भूआणा पेयजल योजना लोकार्पित की और बड़ोल, गडियारा व लमलेहर की पेयजल योजना के सुधार कार्य का शिलान्यास करने के साथ-साथ लम्बागांव के खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय की आधारशिला भी रखी जो 4.96 करोड़ रुपये में तैयार होगा।
मुख्यमंत्री ने करोंथी मुशावड़, झंदेड़ा पेयजल योजनाओं की आधारशिला के साथ-साथ कोटलू-जैंड-पपलाह योजना के सुधार कार्य का भी शिलान्यास किया जिस पर 2.61 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने लोहारखर, छांछड़ी व कन्यारकर पेयजल योजनाओं का लोकार्पण किया तथा मण्ड, टम्बर व पपलाह पर पुलों का शिलान्यास किया जिन पर क्रमशः 11.22 करोड़, 2.30 करोड़ और 1.30 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की जाएगी।
विधायक श्री संजय रतन एवं श्री यादवेन्द्र गोमा, कांगड़ा सहकारी बैंक के अध्यक्ष जगदीश सपहिया, पूर्व विधायक श्री मिल्खी राम गोमा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।