हनुवंतिया में पांच दिन पहले बैक वाटर कम होने की वजह से जल महोत्सव पर संकट के बादल मंडरा रहे थे लेकिन पानी का लेवल 15 मीटर तक पहुंचने के बाद पर्यटन निगम ने राहत की सांस ली है। इससे तय हो गया कि जल महोत्सव नियत तिथि 15 अक्टूबर से ही शुरू होगा। आगामी दो हफ्ते में जलस्तर 25 मीटर तक पहुंचने की संभावना है। पर्यटन निगम भोपाल के अफसरों की टीम हनुवंतिया पहुंची और पानी की व्यवस्था के निर्देश जारी किए गए। गौरतलब जल महोत्सव मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का ड्रीम प्रोजेक्ट है। सरकार ने देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बड़े स्तर पर महोत्सव की ब्रांडिंग की है। इसलिए बार महोत्सव 80 दिन तक चलेगा।
दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सरदार सरोवर बांध को भरने के लिए इंदिरा सागर व ओंकारेश्वर बांध से लगातार पांच दिन तक पानी छोड़ा गया। 11 साल में ऐसा पहली बार हुआ ओंकारेश्वर बांध से 11 से 15 सितंबर तक 24 घंटे लगातार आठों टरबाइन चलाकर प्रति सेकंड 1890 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया। यह क्रम 22 सितंबर तक जारी रहा। ओंकारेश्वर व इंदिरा सागर बांध के गेट और बिजली उत्पादन बंद करने के बाद पानी की स्थिति सुधरी है। बारिश की वजह से नदी-नालों के पानी से भी जलस्तर में सुधार हुआ है।
हनुवंतिया में पानी लगातार बढ़ रहा है। क्रूज को चलाने के लिए बाेट क्लब के पास जेटी (क्रूज पर चढ़ने के लिए पानी लगाई जाने वाली रैंप) लगा दी गई है। क्रूज व हाउस बोट की रिपेयरिंग का काम भी शुरू कर दिया गया है। जिसे 15 अक्टूबर को चलाया जाएगा। नाव रेसिंग (नौका दौड़)भी की जाएगी। इस बार जल महोत्सव के दौरान पर्यटकों को हेलिकॉप्टर से इंदिरा सागर के टापू की सैर कराई जाएगी। पर्यटन हेलिकॉप्टर से संत सिंगाजी, बोरी माल टापू, नागर बेड़ा और फेफरिया टापू को निहार सकेंगे। पर्यटकों को मोटर बोट के जरिए हनुवंतिया से संत सिंगाजी धाम तक भी ले जाया जाएगा।