राम रहीम की करीबी हनीप्रीत को लेकर पुलिस पंचूकाल कोर्ट पहुंची। उसके साथ पुलिस हनीप्रीत को मदद देने वाली महिला को भी लेकर आई है। पुलिस कोर्ट में हनीप्रीत की रिमांड की डिमांड करेगी, जिस पर कुछ देर में कोर्ट फैसला सुनाएगी। 39 दिन से फरार हनीप्रीत मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले मीडिया में उसका इंटरव्यू आया था। हनीप्रीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद 25 अगस्त को पंचकूला में हुई हिंसा की साजिश रचने की आरोपी है। उसके साथ सुखदीप कौर नाम की एक महिला को भी हिरासत में लिया गया है। हनीप्रीत तीन दिन उसके घर बठिंडा में रही.
हनीप्रीत और उसका साथ देने वाली महिला को पंचकूला कोर्ट में पेश किया गया।
हनीप्रीत और उसके साथ गिरफ्तार की गई एक महिला को पुलिस एक व्हाइट कलर की कार में बिठाया गया। पुलिस के काफिले में 6 गाड़ियां थीं। सबसे आगे और सबसे पीछे वाली गाड़ी में हरियाणा पुलिस के कमांडो थे। हनीप्रीत दो-तीन दिन से मोहाली एरिया में ही थी। उसके पास तीन गाड़ियां थीं, जो उसके आगे-पीछे चलती थीं। तीन रात उसने चंडीगढ़ के आसपास ही खाना खाया, जिसे उसकी साथी सुखदीप कौर गाड़ी में लेकर आती थी। सुखदीप कौर भी डेरे की साध्वी है।
हनीप्रीत पंजाब के एक नेता के टच में थी। उसके कहने पर ही वह यहां रुकी। दो दिन वह एक फ्लैट में रही। बाद में उसे एक कोठी में ठहराया गया। एक पुलिस अफसर उसे गाइड कर रहा था। हरियाणा पुलिस अब इसकी जांच की बात कह रही है। नेता के कहने पर पंजाब पुलिस के अफसर ने हनीप्रीत से कॉन्टैक्ट किया। उसके बाद उसका इंटरव्यू कराया गया। हरियाणा पुलिस के सूत्र भी मान रहे हैं कि हनीप्रीत पंजाब पुलिस के पास ही थी, जिसे बाद में हरियाणा पुलिस को सौंपा गया। पंजाब पुलिस के संपर्क में होने के बाद भी हनीप्रीत कसौली (हिमाचल प्रदेश) की ओर जा रही थी। इसी बीच, हरियाणा और पंजाब के डीजीपी ने आपस में बात की। इस बातचीत के दौरान ही हनीप्रीत की गिरफ्तारी की सारी कागजी कहानी तैयार की गई।
हनीप्रीत ने चैनलों से कहा, “मैं डिप्रेशन में चली गई थी। जो लड़की अपने बाप के साथ देशभक्ति की बात करती थी, वो जेल में चले गए। फिर उस लड़की पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया। मुझे कानून की प्रक्रिया का पता ही नहीं था। पापा के जाने के बाद मैं तो बेसहारा हो गई। मुझे लोगों ने जैसा गाइड किया, मैंने वैसे ही किया। मैं हरियाणा-पंजाब हाईकोर्ट जाऊंगी, पीछे नहीं हटी। लेकिन मेंटल स्थिति संभलने में थोड़ा टाइम लगता है।”
साजिश रचने के आरोप पर हनीप्रीत ने कहा, “एक लड़की इतनी फोर्स के बीच अकेले बिना परमिशन के कैसे जा सकती है? इसके बाद कहा गया कि मैं गलत आई हूं। सारे सबूत दुनिया के सामने हैं। ऐसे में मैं कहां दंगे में शामिल थी, मेरे खिलाफ किसी के पास क्या सबूत है? मैंने बेटी का फर्ज अदा किया। मैंने कहां बोला है? मैं कहां किस दंगे में शामिल रही हूं? मैं तो खुशी-खुशी कोर्ट गई ये सोच कर कि शाम तक वापस आ जाएंगे। लेकिन फैसला खिलाफ आ गया, हमारा तो दिमाग ही काम करना बंद कर दिया। ऐसे में हम क्या किसी के खिलाफ साजिश रच पाते।” राम रहीम के रिश्तों पर हनीप्रीत ने कहा, “मुझे समझ में नहीं आता है कि बाप-बेटी के पवित्र रिश्ते को उछाला जा रहा है। मेरे डर का कारण ही यही था कि हनीप्रीत को क्या प्रेजेंट किया? एक बाप-बेटी के रिश्ते को ऐसे तार-तार कर दिया। क्या एक बाप अपनी बेटी के सिर के ऊपर हाथ नहीं रख सकता है? क्या एक बेटी अपने बाप से प्यार नहीं कर सकती है?”
साजिश रचने के आरोप पर हनीप्रीत ने कहा, “एक लड़की इतनी फोर्स के बीच अकेले बिना परमिशन के कैसे जा सकती है? इसके बाद कहा गया कि मैं गलत आई हूं। सारे सबूत दुनिया के सामने हैं। ऐसे में मैं कहां दंगे में शामिल थी, मेरे खिलाफ किसी के पास क्या सबूत है? मैंने बेटी का फर्ज अदा किया। मैंने कहां बोला है? मैं कहां किस दंगे में शामिल रही हूं? मैं तो खुशी-खुशी कोर्ट गई ये सोच कर कि शाम तक वापस आ जाएंगे। लेकिन फैसला खिलाफ आ गया, हमारा तो दिमाग ही काम करना बंद कर दिया। ऐसे में हम क्या किसी के खिलाफ साजिश रच पाते।” राम रहीम के रिश्तों पर हनीप्रीत ने कहा, “मुझे समझ में नहीं आता है कि बाप-बेटी के पवित्र रिश्ते को उछाला जा रहा है। मेरे डर का कारण ही यही था कि हनीप्रीत को क्या प्रेजेंट किया? एक बाप-बेटी के रिश्ते को ऐसे तार-तार कर दिया। क्या एक बाप अपनी बेटी के सिर के ऊपर हाथ नहीं रख सकता है? क्या एक बेटी अपने बाप से प्यार नहीं कर सकती है?”
राम रहीम को रेप केस में दोषी करार दिए जाने के बाद हनीप्रीत बाबा के साथ पुलिस के हेलिकॉप्टर से रोहतक की सुनारिया जेल पहुंची थी।