रुपाली ने एक से बाद एक गानों पर कला केंद्र में बैठे दर्शको को नाचने पर मजबूर कर दिया। वहीं, चौथी सांस्कृतिक संध्या में मण्डलायुक्त अक्षय सूद मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए थे। दशहरा उत्सव कमेटी ने स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत किया गया।
पांचवी सांस्कृतिक संध्या में लोक कलाकारों सहित अन्य राज्यों से आये कलाकारों ने भी दर्शकों का मनोरंजन किया। किन्नौर के कलाकारों ने भी लोक नृत्य के माध्यम से अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया। वहीं, कुल्लू की लोक कलाकार आईं एस चांदनी ने थाच माशना बालू बाषणा गाना गाकर लोगों को मन मोह लिया।
गुजरात के कलाकारों ने भी लोक नृत्य पेश कर लोगो को झुमाया। वही, तमिलनाडु के कलाकारो ने भी लोक नृत्य पेश किया कुल्लू एम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा दियाली सदयाल के ऊपर लघु नाटक पेश किया। कुल्लू के गायक रमेश ठाकुर ने मेरे राश्के कमर तूने पहली नजर, जग घुमेया थारे जैसा ना कोई गाना गाया।।