हनीप्रीत बारे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस की पूछताछ में पता लगा कि डेरे में फाइनेंस की कमान हनीप्रीत के हाथ थी। इसीलिए 38 दिनों तक दिक्कत नहीं आई। पंचकूला में हुए दंगों को लेकर 17 अगस्त की मीटिंग के बाद चमकौर को सवा करोड़ रुपए देकर हनीप्रीत ने ही भेजा था। सिर्फ ये पता चला है कि हनीप्रीत जब दिल्ली गई थी तो उसके साथ दो गाड़ियां थीं। पंजाब के ही कुछ लोगों ने उसकी मदद की थी।
हनीप्रीत के मेडिकल के लिए रात करीब 9 बजे लेडी डॉक्टर्स को पंचकूला जनरल अस्पताल से चंडीमंदिर पुलिस थाने भेजा गया। मंगलवार को हनीप्रीत ने जेंट्स डॉक्टर्स से मेडिकल कराने से मना कर दिया था।